वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने संगठन में युवा नेतृत्व को आगे बढ़ाने की रणनीति पर काम तेज कर दिया है. इसी कड़ी में रविवार को बीजेपी संसदीय बोर्ड ने नितिन नबीन को नया राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष घोषित किया.
बीजेपी के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक, नितिन नबीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की औपचारिक प्रक्रिया मकर संक्रांति के बाद शुरू होगी. उत्तरायण के बाद शुरू होने वाली यह प्रक्रिया करीब 22 दिन में पूरी होती है. इसके बाद नेशनल काउंसिल की बैठक बुलाकर उनके नाम पर अंतिम मुहर लगाई जाएगी. यह बैठक दिल्ली में होने की संभावना है.
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नितिन नबीन महज 45 साल की उम्र में बीजेपी के अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने जा रहे हैं. ऐसे में पार्टी के भीतर और बाहर यह सवाल उठ रहा है कि इतने युवा नेता को संगठन की कमान क्यों सौंपी जा रही है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि इसका सीधा संबंध प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत 2047’ विजन से है.
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बीजेपी नेतृत्व का मानना है कि जब 2047 में भारत विकसित देश बनेगा, तब पार्टी के पास अनुभवी और परिपक्व नेतृत्व होने चाहिए. इसी सोच के तहत अभी से युवा नेताओं को आगे बढ़ाया जा रहा है. नितिन नबीन को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाकर पार्टी अगले 25 साल की राजनीति के लिए नेतृत्व तैयार कर रही है.
सूत्रों के मुताबिक, नितिन नबीन फिलहाल 45 वर्ष के हैं और 2047 तक उनकी उम्र 67 साल होगी. ऐसे में पार्टी के पास उस समय संगठन का नेतृत्व करने के लिए एक अनुभवी चेहरा तैयार रहेगा.
यह रणनीति सिर्फ केंद्र तक सीमित नहीं है. नितिन नबीन के साथ-साथ बीजेपी राज्यों में भी 45 वर्ष के आसपास के नेताओं को अहम जिम्मेदारियां सौंप रही है. छत्तीसगढ़ में विजय शर्मा और गुजरात में हर्ष सांघवी को उपमुख्यमंत्री बनाया जाना भी इसी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है.
बीजेपी सूत्रों के अनुसार, पार्टी ने अलग-अलग राज्यों से 45 से 55 साल की उम्र के करीब 10 युवा नेताओं की सूची तैयार की थी. इस सूची में दो उपमुख्यमंत्री, कुछ युवा सांसद और अन्य उभरते नेताओं के नाम शामिल थे.
कुल मिलाकर, बीजेपी का यह कदम साफ संकेत देता है कि पार्टी सिर्फ वर्तमान की राजनीति नहीं, बल्कि विकसित भारत 2047 के लक्ष्य के अनुरूप आने वाले दशकों की राजनीतिक जमीन भी अभी से तैयार कर रही है.