PM Modi Maldives Visit: प्रधानमंत्री मोदी मालदीव के 2 दिवसीय दौरे पर हैं। उनका प्लेन मालदीव की राजधानी माले में एयरपोर्ट पर लैंड हुआ और मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू उन्हें रिसीव करने आए। दोनों ने गले लगकर एक दूसरे का अभिवादन किया। इसके बाद एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री मोदी भारतीय समुदाय से मिले। भारतीयों बच्चों की डांस परफॉर्मेंस और मालदीव के कलाकारों की शानदार प्रस्तुति देखकर उनकी सराहना की। प्रधानमंत्री मोदी का मालदीव के माले में रिपब्लिक स्क्वेयर पर औपचारिक स्वागत भी किया गया।
सम्मान में लगाई PM मोदी की बहुत बड़ी तस्वीर
मालदीव में PM मोदी को 21 बंदूकों की सलामी देकर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। प्रधानमंत्री मोदी के सम्मान में मालदीव के रक्षा मंत्रालय की बिल्डिंग पर उनकी बहुत बड़ी तस्वीर भी लगाई गई है। बता दें कि 26 जुलाई को मालदीव का 60वां स्वतंत्रता दिवस है। इस मौके पर आयोजित राष्ट्रीय समारोह में प्रधानमंत्री मोदी को मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया है। मुइज्जू के नवंबर 2023 में प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार किसी दूसरे देश के राष्ट्राध्यक्ष को मालदीव बुलाकर इस तरह का सम्मान दिया जा रहा है।
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भारत-मालदीव दोनों के लिए कितना अहम है दौरा?
प्रधानमंत्री मोदी का मालदीव दौरा बेहद खास है। मालदीव के 60वें स्वतंत्रता दिवस पर भारतीय प्रधानमंत्री का दौरा भारत-मालदीव के राजनायिक संबंधों में सुधार का प्रतीक है। आर्थिक और समुद्री सुरक्षा साझेदारी को मजबूत बनाने का प्रयास है। PM मोदी का मालदीव दौरा जहां भारत की 'नेबरहुड फर्स्ट' की नीति और विजन 'महासागर' को मजबूत करता है, क्योंकि मालदीव हिंद महासागर में अपनी रणनीतिक स्थिति के कारण भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण है।मालदीव को आर्थिक मदद दे सकता है भारत
वहीं PM मोदी का यह दौरा मालदीव के साथ तनावपूर्ण संबंधों को सुधारने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम भी है। इस दौरे पर आर्थिक संकट से जूझ रहे मालदीव को करीब 565 मिलियन डॉलर (48897808779.50 रुपये) की आर्थिक मदद मिलने की उम्मीद है। भारत के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट होने की भी संभावना है। प्रधानमंत्री मोदी मालदीव में RuPay कार्ड की शुरुआत भी करेंगे। हनीमाधू द्वीप पर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे। मालदीव ने इस एयरपोर्ट का विस्तार किया है और इसमें भारत ने मालदीव की आर्थिक मदद की है।क्यों बिगड़े थे दोनों देशों के संबंध?
बता दें कि मुइज्जू के राष्ट्रपति बनने के बाद भारत के साथ मालदीव के संबंध बिगड़े थे, क्योंकि राष्ट्रपति मुइज्जू ने साल 2023 में 'इंडिया आउट' कैंपेन चलाया था, जिसके तहत मालदीव से भारतीय सैन्य कर्मियों को हटाने की मांग की गई थी। जनवरी 2024 में मालदीव के कुछ मंत्रियों ने PM मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी। लक्षद्वीप में पर्यटन को बढ़ावा देने वाले पोस्ट के जवाब में #BoycottMaldives अभियान ने भी दोनों देशों के तनाव को और बढ़ाया था। हालांकि राष्ट्रपति मुइज्जू ने साल 2024 में अपनी नीति में बदलाव किया और भारत के साथ संबंध सुधारने की दिशा में कदम उठाए। अक्टूबर 2024 में उन्होंने भारत का दौरा किया। इस यात्रा के दौरान भारत ने मालदीव के साथ 750 मिलियन डॉलर की करेंसी के स्वैप समेत कई समझौते किए। भारत ने मालदीव को आपातकालीन वित्तीय सहायता भी दी है, जिसमें 100 मिलियन डॉलर का ट्रेजरी बिल्स रोलओवर, कोरोना वैक्सीन शामिल है, जिसने भारत को मालदीव का भरोसेमंद दोस्त बनाया है।---विज्ञापन---