Who is IIT Professor Ashutosh Sharma?: भारत सरकार की तरफ से इस बार के पद्म पुरस्कार की लिस्ट जारी कर दी गई है। इस लिस्ट में बॉलीवुड सिंगर अरीजीत सिंह से लेकर भोजपुरी सिंगर शारदा सिन्हा और पंकज उधास तक का नाम शामिल है। इसी लिस्ट में IIT कानपुर के चेयर प्रोफेसर आशुतोष शर्मा का नाम भी शामिल है। प्रोफेसर आशुतोष शर्मा को शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। चलिए एक नजर शिक्षा के क्षेत्र में प्रोफेसर आशुतोष शर्मा के दिए योगदान पर डालते हैं।
IIT में नैनो टेक्नोलॉजी की स्थापना
आशुतोष शर्मा ने साल 1977 से 1982 तक IIT कानपुर से बीटेक की पढ़ाई की। इसके बाद साल 1990 में आशुतोष शर्मा ने IIT कानपुर में असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर अपने एजुकेशन करियर शुरू की। उन्होंने IIT कानपुर में नैनो टेक्नोलॉजी और इमेजिंग सेंटर की स्थापना की है। इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार में सचिव के तौर पर भी काम किया है। इसके अलावा कोविड-19 महामारी के दौरान उन्होंने कई स्टार्टअप शुरू करने में अहम भूमिका निभाई है।
20 से अधिक पुरस्कार से सम्मानित
बता दें कि, साल 1997 में आशुतोष शर्मा को IIT में केमिकल इंजीनियरिंग विभाग का प्रोफेसर बनाया। तब से ही वह इस विभाग में काम कर रहे हैं। उन्होंने दिल्ली में साइंस और टेक्नोलॉजी मिनिस्ट्री के साथ काम करते हुए कई इनोवेशन में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। अपने काम के लिए प्रोफेसर आशुतोष शर्मा को शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार और इन्फोसिस पुरस्कार समेत 20 से अधिक पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। आशुतोष शर्मा कहते है कि अब मेरा लक्ष्य समाज के कल्याण के लिए काम करना है।
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प्रोफेसर ने सम्मान जाहिर की खुशी
आशुतोष शर्मा मूल रूप से जयपुर के रहने वाले है। उन्होंने सरकार से मिले इस सम्मान को लेकर अपनी खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि वह अपने परिवार के साथ शाम बिता रहे थे, तभी उन्हें अचानक से पद्मश्री से सम्मानित किए जाने की खबर मिली। ये पल उनके लिए और उनके परिवार के लिए गर्व का पल था। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अब उनका पूरा ध्यान समाज के लिए काम करने पर है। वहीं IIT कानपुर के निदेशक प्रोफेसर मणीन्द्र अग्रवाल ने भी चेयर प्रोफेसर आशुतोष शर्मा को पद्मश्री पुरस्कार के लिए बधाई दी।