मोनू मानेसर को मारने के लिए उकसाया
दरअसल, हरियाणा पुलिस की सोशल मीडिया विंग तमाम मीडिया प्रोफाइल को खंगाल रही है, जो हाल ही में एक्टिव हुए और लगातार भड़काऊ पोस्ट अपलोड किए। इनमें उन्हें अहसान मेवाती की प्रोफाइल मिली। आरोप है कि जब हिंसा हुई तो वह आगजनी, तोड़फोड़ के वीडियो-फोटो जारी कर रहा था। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है क्या जीशान को कोई नेटवर्क नूंह में काम कर रहा है? क्योंकि वह बजरंग दल लीडर और गौरक्षक मोनू मानेसर को मारने और नूंह में हिंसा को भड़काने के लिए लोगों को उकसा रहा था। [caption id="attachment_295700" align="alignnone" ]यूट्यूब ने हटाया चैनल, लाहौर से किया पोस्ट
यूट्यूब ने जीशान मुश्ताक के अहसान मेवाती पाकिस्तानी चैनल को हटा दिया है। यह कार्रवाई भारतीय अधिकारियों की शिकायत पर की गई। उसके चैनल पर 273 वीडियो और 80 हजार फॉलोअर्स थे। जांच से पता चला कि उसने अपना पता इस्लामाबाद दर्शाया था। साथ ही उसका आईपी एड्रेस पाकिस्तानी नेटवर्क PERN में था। जिसका पूरा नाम पाकिस्तान एजुकेशन एंड रिसर्च नेटवर्क है, जो पाकिस्तान सरकार की आईटी कार्य योजना 2002 का हिस्सा है। PERN पाकिस्तान में शैक्षणिक संस्थानों को इंटरनेट नेटवर्क प्रदान करता है। 27 जुलाई को अहसान ने आईपी एड्रेस 37.111.151.79 के साथ टेलीनॉर ब्रॉडबैंड नेटवर्क का उपयोग करके अपने एक भड़काऊ वीडियो को रिकॉर्ड करने के लिए पंजाब प्रांत के सरगोधा के पास कोट मुमिन गया था। 1 अगस्त को वह लाहौर गया, जहां उसने वीडियो अपलोड करने के लिए आईपी एड्रेस 223.123.16.231 का उपयोग करके जोंग ब्रॉडबैंड नेटवर्क पर स्विच किया। उनका पहला वीडियो बिस्मिल्लाह मोंटेसरी स्कूल के क्रिकेट मैदान के पास रिकॉर्ड किया गया था, जो पंजाब के मुख्यमंत्री के सचिवालय से महज एक किलोमीटर दूर था।अब तक 102 एफआईआर दर्ज
राज्य में हुई हिंसा पर हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का कहना है कि 102 एफआईआर दर्ज की गई हैं और कई लोगों को रिमांड के साथ-साथ न्यायिक हिरासत में भी भेजा गया है। जिन लोगों की संलिप्तता है मीडिया, सोशल मीडिया और विभिन्न प्रकार के संचारों पर नजर रखी जा रही है। केवल हम ही नहीं, मुझे लगता है कि हर कोई हरियाणा में ऐसी घटनाओं को भड़काने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई चाहता है।और पढ़िए – देश से जुड़ी अन्य बड़ी ख़बरें यहां पढ़ें
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