किस तरह मिलता है सरकारी बंगला?
सांसदों के आवास आवंटन की जिम्मेदारी शहरी विकास मंत्रालय के अधीन काम करने वाले डायरेक्टरेट ऑफ स्टेट्स नाम का विभाग करता है। बंगला आवंटित करने का काम यह विभाग जनरल पूल रेजिडेंशियल एकोमोडेशन एक्ट (GPRA) के तहत करता है। सांसदों को आवास देने की प्रक्रिया में लोकसभा और राज्यसभा की हाउसिंग कमेटी अहम रोल निभाती है।टाइप-8 बंगले में राहुल गांधी
सबसे शानदार बंगला टाइप 8 को माना जाता है। यह बंगला तीन एकड़ में फैला होता है। इसमें 5 बेडरूम, एक हॉल, एक बड़ा डाइनिंग रूम और एक स्टडी रूम होता है। इसके अलावा कैंपस में एक मीटिंग रूम और एक सर्वेंट हाउस भी होता है। इस तरह के बंगले जनपथ, त्यागराज मार्ग, कृष्णामेनन मार्ग, अकबर रोड, सफदरगंज रोड, मोतीलाल नेहरू मार्ग और तुगलक रोड पर स्थित है। इस बंगले को कैबिनेट मंत्री, सुप्रीम कोर्ट के जज, पूर्व पीएम, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति और वरिष्ठ सांसदों को मिलता है। इसी टाइप के बंगले में राहुल गांधी को बंगला मिला है।टाइप-7 और 5 कैसा होता है बंगला
टाइप-7 बंगला का फैलाव एक से डेढ़ एकड़ होता है। इसमें चार बेडरूम, एक हॉल, एक डायनिंग रूम, एक स्टडी रूम होता है। इस तरह के बंगले अशोका रोड, लोधी रोड, कैनिंग रोड और तुगलक लेन में हैं। वहीं, टाइप 5 बंगला पहली बार सांसद चुने गए लोगों को आवंटित किया जाता है। इसमें टाइप-5 ए, बी, सी और डी तरह के आवास हैं।राहुल गांधी को कब से मिलेगा वेतन?
राहुल गांधी की बतौर सांसद सारी सुविधाएं सात अगस्त से बहाल हुई हैं। उन्हें 50 हजार प्रति माह वेतन मिलेगा। इसके अलावा राजनयिक पासपोर्ट, टेलीफोन-मोबाइल की सुविधा, रेल, विमान और निजी कार की यात्रा का भत्ता, एडवांस लेने की सुविधा, पेंशन, इलाज और आवास मिलने पर फर्नीचर की सुविधा मिलेगी।क्यों छिनी थी सांसदी?
23 मार्च 2023 को गुजरात की कोर्ट ने राहुल गांधी को मोदी सरनेम केस में दो साल की सजा सुनाई थी। 24 मार्च को उन्हें संसद से अयोग्य कर दिया गया था। राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट से 4 अगस्त को राहत मिलने के बाद उनकी सांसदी सात अगस्त को वापस हो गई।और पढ़िए – देश से जुड़ी अन्य बड़ी ख़बरें यहां पढ़ें
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