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पश्चिम बंगाल उपचुनाव से पहले ECI का बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को नोटिस, CAPF का हिस्सा रहेगी पुलिस

West Bengal By Election 2024 : पश्चिम बंगाल में उपचुनाव को लेकर सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है। राजनीतिक दलों ने चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इस बीच चुनाव आयोग ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

चुनाव आयोग बिहार SIR के बाद पहली बार मीडिया को संबोधित करेगा।
West Bengal By Election 2024 : महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव के साथ पश्चिम बंगाल में भी उपचुनाव हो रहा है। इसे लेकर सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है। इस बीच चुनाव आयोग ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को नोटिस जारी किया और आज शाम 8 बजे तक जवाब मांगा है। साथ ही ECI ने उपचुनाव में राज्य पुलिस के जवानों को सीएपीएफ से जोड़ दिया। पश्चिम बंगाल की 6 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को वोट डाले जाएंगे और 23 नवंबर को चुनाव के नतीजे आएंगे। इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को नोटिस भेजा। उन्हें राष्ट्रीय प्रतीक और पश्चिम बंगाल पुलिस पर कथित टिप्पणी के आरोप में यह नोटिस जारी किया गया। चुनाव आयोग ने उन्हें जवाब देने के लिए शाम 8 बजे तक का समय दिया है। यह भी पढ़ें : यूपी-महाराष्ट्र में किसके अच्छे दिन? BJP में क्यों मची है खलबली? Rajeev Ranjan से समझें टीएमसी सांसदों ने बीजेपी नेता की थी शिकायत टीएमसी सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने नई दिल्ली स्थित चुनाव आयोग दफ्तर में शिकायत पत्र दिया था, जिसमें उपचुनाव में निष्पक्ष वोटिंग कराने की मांग की थी। साथ ही प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ. सुकांत मजूमदार के विवादित बयान की भी शिकायत की। चुनाव आयोग ने टीएमसी की शिकायतें मिलने के 20 घंटे के भीतर ही कार्रवाई की। साथ ही ECI ने टीएमसी से प्राप्त शिकायतों के जवाब में किसी भी देरी या निष्क्रियता के आरोपों को खारिज कर दिया। यह भी पढ़ें : Rajasthan By Election : दौसा से जगमोहन मीणा को टिकट, भाजपा ने जारी की उम्मीदवारों की लिस्ट उपचुनाव में सीएपीएफ से अटैच रहेंगे पुलिसकर्मी चुनाव आयोग ने आज दोपहर एआईटीसी प्रतिनिधिमंडल को बैठक के लिए बुलाया और उनकी शिकायतों को सुना। आयोग के निर्देश पर पश्चिम बंगाल के सीईओ ने 10 नवंबर को एआईटीसी आवेदनों पर राज्य स्तरीय बल तैनाती समिति की बैठक बुलाई। इसके बाद चुनाव आयोग ने निर्देश दिया कि उपचुनाव में राज्य पुलिस के जवान हमेशा सीएपीएफ के नेतृत्व वाली टीम का हिस्सा रहेंगे।


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