West Bengal: मणिपुर में तीन महिलाओं के साथ हुई दरिंदगी के बीच पश्चिम बंगाल में हावड़ा की भाजपा कार्यकर्ता को निर्वस्त्र घुमाने का मामला तूल पकड़ रहा है। शुक्रवार को पीड़िता ने अपना दर्द बयान किया है। वह हाल ही में राज्य में हुए पंचायत चुनाव में कैंडिडेट थी। उसका आरोप है कि पंचायत चुनाव के दौरान टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा उनके साथ यौन उत्पीड़न किया गया था।
पीड़िता ने बताया, '8 जुलाई को मैं मतदान केंद्र पर थी। तभी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया। उन्होंने मेरे बाल पकड़कर मुझे मतदान केंद्र के बाहर खींच लिया और सीढ़ियों से नीचे फेंक दिया। उन्होंने मेरे कपड़े भी फाड़ दिए। निर्वस्त्र होने के बाद मैं कपड़े लेने के लिए पास के एक घर में गई। अगर मौके पर मेरे पति न होते तो हमलावर कुछ भी कर सकते थे। मेरे पति ने मुझे बचाया। मैंने इस घटना के संबंध में केस दर्ज कराया था।'
टीएमसी उम्मीदवार पर गंभीर आरोप
दरअसल, हावड़ा जिले के दक्षिण पंचला इलाके से मणिपुर जैसी एक घटना सामने आई थी। जहां 8 जुलाई को पंचायत चुनाव की वोटिंग के दौरान टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा एक भाजपा उम्मीदवार के साथ कथित तौर पर छेड़छाड़ की गई थी। फिर उसे निर्वस्त्र कर गांव में घुमाया गया। पीड़िता द्वारा दर्ज की गई पहली एफआईआर के अनुसार, ‘टीएमसी उम्मीदवार हिमंत रॉय ने अन्य लोगों के साथ मिलकर मतदान केंद्र पर मेरे साथ मारपीट की। उन्होंने मेरी छाती और सिर पर लाठियों से प्रहार किया और मुझे मतदान केंद्र से बाहर धकेल दिया।’
एफआईआर में आगे लिखा है, ‘जब इनमें से कुछ लोग मुझे मार रहे थे, हिमंत रॉय ने अली शेख और सुकमल पांजा को मेरी साड़ी और अंडर गारमेंट्स फाड़ने के लिए उकसाया। उन्होंने मेरे साथ और भी मारपीट की और मुझे नग्न होने के लिए मजबूर किया और अन्य लोगों के सामने मेरे साथ छेड़छाड़ की।’
डीजीपी बोले- घटना की कोई सत्यता नहीं
पश्चिम बंगाल के DGP मनोज मालवीय ने बताया कि हमें 13 जुलाई को भाजपा से एक ईमेल कि जरिए शिकायत मिली कि 8 जुलाई को सुबह 11 बजे पांचला थाना क्षेत्र की एक महिला को बूथ से जबरन निकाला गया, उसके छेड़छाड़ की गई और कपड़े फाड़े गए। 14 जुलाई को FIR दर्ज की गई। जांच में अब तक इस तरह का कोई तथ्य सामने नहीं आया है जिससे यह प्रमाणित हो कि ऐसी कोई घटना घटी थी।
आगे उन्होंने कहा कि जिनके साथ यह घटना घटी है उन्हें हमने नोटिस भेजकर संपर्क करने की कोशिश की, हमने उनसे कहा कि उन्होंने जहां भी इलाज कराया हो उसकी रिपोर्ट या चोट की रिपोर्ट हमें दें, हमने उन्हें पत्र लिखकर कहा कि हमें धारा 164 के तहत बयान दें लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। जांच में हमें अब तक इस संबंध में कोई सबूत नहीं मिले हैं, हमने आसपास के सभी CCTV कैमरा की जांच की है लेकिन हमें कोई प्रमाण नहीं मिला।
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