नई दिल्ली: देश के अगले उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए मतदान प्रक्रिया जारी है। इस चुनाव में एनडीए की तरफ से पश्चिम बंगाल के जगदीप धनखड़ मैदान में हैं, वहीं विपक्ष ने मार्गरेट अल्वा पर भरोसा जताया है।
मतदान के दौरान विपक्ष की उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा संसद पहुंची।
वहीं, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना वोट डाला।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और धर्मेंद्र प्रधान ने संसद में उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट डाला
केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और पीयूष गोयल ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ संसद में उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट डाला
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन राम मेघवाल और वी मुरलीधरन ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट डाला।
पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस सांसद डॉ मनमोहन सिंह ने आज संसद में उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट डाला।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट डाला
पीएम मोदी ने डाला वोट।
लोकसभा और राज्यसभा के सभी सांसद, मनोनीत सदस्यों सहित, उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान करने के हकदार हैं।
वोटों की गिनती आज ही होगी और देश के अगले उपराष्ट्रपति 11 अगस्त को पद की शपथ लेंगे, जो मौजूदा उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू का कार्यकाल समाप्त होने के एक दिन बाद होगा।
पेशे से वकील धनखड़ 1989 में राजनीति में शामिल हुए। वह जुलाई 2019 में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल बने और तब से ममता बनर्जी सरकार के साथ अपने अशांत संबंधों को लेकर सुर्खियां बटोर रहे हैं। उन्होंने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में अपना इस्तीफा दे दिया।
इससे पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने धनखड़ के लिए अपनी पार्टी के समर्थन की घोषणा की।
इस बीच, अल्वा ने 19 जुलाई को उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। विपक्षी दलों ने 17 जुलाई को राजस्थान के पूर्व राज्यपाल को उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने संयुक्त उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारने का फैसला किया।
अल्वा को मैदान में उतारने का फैसला एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के आवास पर 17 पार्टियों के विपक्षी नेताओं की बैठक में लिया गया।
2017 में, एनडीए ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए वेंकैया नायडू को अपने उम्मीदवार के रूप में नामित किया और उनका कार्यकाल 10 अगस्त, 2022 को समाप्त हो गया।