Trendingdiwali 2024Maharashtra Assembly Election 2024Jharkhand Assembly Election 2024IND vs NZdiwali 2024

---विज्ञापन---

UPSC Success Story: 5 बार हुए फेल तो लोगों ने सुनाए ताने; हिम्मत जुटाकर की आखिरी कोशिश और बन गए टॉपर

UPSC Success Story Akshay Doshi 2023 Topper:सिविल सेवा परीक्षा में सफल होना आसान नहीं है। मगर बार-बार असफल होने के बावजूद इस रेस में टिके रहना उससे भी ज्यादा मुश्किल है। ऐसी ही कुछ कहानी है सिविल सेवा 2023 के टॉपर अक्षय डोसी की, जिन्हें 8 साल की कड़ी मेहनत के बाद कामयाबी मिली है।

UPSC Success Story Akshay Doshi 2023 Topper: सिविल सेवा परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए लोग सालों लगा देते हैं। कोई पहले पड़ाव (प्रीलिम्स) पर अटक जाता है तो कभी किसी का दूसरा पड़ाव यानी मेंस क्लियर नहीं हो पाता है। हालांकि आज हम आपको एक ऐसे टॉपर की कहानी बताने जा रहे हैं, जिनका सब्र सभी के लिए मिसाल बन सकता है। IIT पास करने के बाद उन्होंने 8 साल तैयारी की। मगर 7 साल तक सफलता उनके हाथ नहीं लगी। लोगों ने ताने दिए, रिश्तेदारों ने सवाल खड़े किए लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और आखिरी प्रयास में 75वीं रैंक लाकर सभी को हैरान कर दिया। तो आइए जानते हैं अक्षय डोसी की कामयाबी की कहानी।

IIT में मिला एडमिशन

अक्षय डोसी राजस्थान के बाड़मेर जिले से ताल्लुक रखते हैं। बाड़मेर एक बॉर्डर जिला है, जिसकी सरहद पाकिस्तान से लगती हैं। बाड़मेर से 10वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद अक्षय ने कोटा का रुख कर लिया। 11वीं और 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के दौरान अक्षय ने IIT की तैयारी की और 2011 में उन्होंने IIT पास कर ली। अक्षय को IIT खड़गपुर में दाखिला मिला और उन्होंने केमिस्ट्री विषय में MSC की डिग्री हासिल की।

दो बार मेंस तक पहुंचे

2016 में कॉलेज कंप्लीट करने के बाद अक्षय डोसी ने UPSC का पहला अटेंप्ट दिया। मगर उनका सेलेक्शन नहीं हुआ। 2017 में उन्होंने फिर कोशिश की और दोबारा असफल रहे। अक्षय ने घर से तैयारी करने का फैसला किया और दिल्ली से वापस बाड़मेर लौट गए। 2018 में उन्होंने प्रीलिम्स पास कर लिया मगर मेंस में चूक गए। 2019 में एक बार फिर मेंस ने धोखा दे दिया।

लोगों बोले छोड़ दो UPSC

लगातार चार अटेंप्ट देने के बाद अक्षय की हिम्मत टूटने लगी। अक्षय के माता-पिता ने भी रिश्तेदारों के दबाव में आकर उन्हें UPSC छोड़ने की सलाह दी। तो कई करीबियों ने भी अक्षय को खरी-खोटी सुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। हालांकि अक्षय अपने फैसले पर डटे रहे और उन्होंने दोबारा कोशिश करने की ठान ली।

5वीं बार भी लगा झटका

अक्षय फिर से दिल्ली लौट गए। हालांकि होली मनाने के लिए अक्षय घर आए और इसी बीच कोरोना ने दस्तक दे दी। पूरे देश में लॉकडाउन लग गया और अक्षय का लैपटॉप समेत सारी किताबें दिल्ली में रह गईं। अक्षय ने जैसे-तैसे परीक्षा की तैयारी की। 2020 में जब उन्होंने एग्जाम दिया तो प्रीलिम्स में महज 84 नंबर आए।

RAS की परक्षा पास की

5 बार असफल होने के बाद 2021 में अक्षय ने जयपुर जाने का फैसला किया। यहां उन्होंने राजस्थान सिविल सेवा परीक्षा (RAS) की तैयारी की। अक्षय ने ये परीक्षा आसानी से पास कर ली। 2022 में अक्षय ने UPSC की बजाए फॉरेस्ट सर्विस की परीक्षा दी। मगर इंटरव्यू में फेल हो गए।

आखिरी प्रयास में मिली सफलता

2023 लग चुका था और ये अक्षय का आखिरी अटेंप्ट था। उनके पास खोने को कुछ नहीं था। इसलिए अक्षय ने रिस्क लिया और आखिरी बार UPSC की परीक्षा में बैठे। इस बार अक्षय का प्रीलिम्स आसानी से निकल गया। मेंस की परीक्षा देने के बाद अक्षय देहरादून चले गए। जब वो लौटे तो उन्हें पता चला कि उन्होंने परीक्षा पास कर ली है। अक्षय की खुशी का ठिकाना नहीं था। उन्होंने इंटरव्यू की तैयारी शुरू की। 8 साल की तैयारी के बाद ये अक्षय का UPSC में पहला इंटरव्यू था। वो काफी नर्वस थे। इंटरव्यू देने के बाद अक्षय फिर से देहरादून घूमने चले गए। UPSC 2023 का रिजल्ट आया तो अक्षय के अंदर पीडीएफ देखने की हिम्मत नहीं हुई। अक्षय के एक दोस्त ने PDF चेक की और उसने बताया कि अक्षय को 75 रैंक मिली है।

बधाईयों की लगी कतार

अक्षय का कहना है कि रैंक से ज्यादा उन्हें UPSC पास करने की खुशी हुई। अक्षय के घर में जश्न का माहौल था। अगले 2-3 घंटे तक उनके पास लगातार फोन आने लगे। सभी अक्षय को मुबारकबाद देते नहीं थक रहे थे। इस लिस्ट में उन करीबियों का भी नाम शामिल था जिन्होंने कभी फेल होने के कारण अक्षय को ताना देने का कोई मौका नहीं छोड़ा था। यह भी पढ़ें- 3 बार बनीं IRS पर नहीं मिली नौकरी, कोर्ट में किया केस और फिर…मिलिए देश की पहली महिला दिव्यांग IAS से


Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 and Download our - News24 Android App. Follow News24 on Facebook, Telegram, Google News.