Opposition Meeting Day 2: बेंगलुरु में जारी संयुक्त विपक्ष की बैठक के दूसरे दिन यानी मंगलवार को विपक्ष के नेताओं ने गठबंधन का नाम इंडिया रखा है। यानी 2024 का आम चुनाव एनडीए बनाम इंडिया होगा। विपक्ष की ओर से इंडिया का पूरा नाम, I - Indian N - National D - Democractic I - Inclusive A - Alliance बताया गया है।
बैठक में मौजूद पश्चिम बंगाल की सीएम और टीएमसी नेता ममता बनर्जी ने कहा कि ये एक अच्छी, सार्थक बैठक है। रचनात्मक निर्णय लिया जाएगा...आज हमने जो चर्चा की, उसके बाद का नतीजा इस देश के लोगों के लिए अच्छा हो सकता है।खड़गे बोले- कांग्रेस को सत्ता या प्रधानमंत्री पद में कोई दिलचस्पी नहीं
बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- हम जानते हैं कि राज्य स्तर पर हममें से कुछ लोगों के बीच मतभेद हैं। खड़गे ने कहा कि ये मतभेद वैचारिक नहीं हैं। ये मतभेद इतने बड़े भी नहीं हैं कि हम आम आदमी और मध्यम वर्ग, युवाओं, गरीबों, दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों के लिए इन्हें अपने पीछे नहीं रख सकते, जिनके अधिकारों को पर्दे के पीछे चुपचाप कुचला जा रहा है।खड़गे बोले- हम यहां 26 पार्टियां हैं, हम सभी की 11 राज्यों में सरकार है
खड़गे ने कहा- हम यहां 26 पार्टियां हैं। हम सब मिलकर आज 11 राज्यों में सरकार में हैं। बीजेपी को अकेले 303 सीटें नहीं मिलीं। उसने अपने सहयोगियों के वोटों का इस्तेमाल किया और सत्ता में आई और फिर उन्हें त्याग दिया। आज बीजेपी अध्यक्ष और उनके नेता अपने पुराने सहयोगियों से समझौता करने के लिए एक राज्य से दूसरे राज्य भाग-दौड़ कर रहे हैं।खड़गे बोले- हर संस्था को विपक्ष के लिए हथियार बनाया जा रहा है
बेंगलुरु में संयुक्त विपक्ष की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- हर संस्था को विपक्ष के खिलाफ हथियार बनाया जा रहा है। सीबीआई, ईडी और आयकर का नियमित रूप से उपयोग किया जाता है। हमारे नेताओं पर झूठे आपराधिक मामले दर्ज कराए जाते हैं ताकि वे कानूनी प्रक्रिया में फंस जाएं। हमारे सांसदों को निलंबित करने के लिए संवैधानिक प्राधिकारियों का उपयोग किया जाता है। विधायकों को बीजेपी में जाने और सरकारें गिराने के लिए ब्लैकमेल या रिश्वत दी जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, बेंगलुरु में संयुक्त विपक्ष की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- मैंने एमके स्टालिन के जन्मदिन पर चेन्नई में पहले ही कहा था कि कांग्रेस को सत्ता या प्रधानमंत्री पद में कोई दिलचस्पी नहीं है। इस बैठक में हमारा इरादा अपने लिए सत्ता हासिल करना नहीं है। यह हमारे संविधान, लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता और सामाजिक न्याय की रक्षा के लिए है। बता दें कि पहले दिन की बैठक में एनसीपी चीफ शरद पवार शामिल नहीं हुए थे। दूसरे दिन की बैठक में शामिल होने के लिए शरद पवार मंगलवार सुबह मुंबई से बेंगलुरु पहुंचे गए। दूसरे दिन की बैठक में शरद पवार के अलावा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती, राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव, NCP प्रमख शरद पवार समेत 26 पार्टियों के नेता मौजूद हैं।---विज्ञापन---
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