This Indian State Govt Gives 8 Gm Gold Coin For Poor Girl Marriage: भारत में केंद्र सरकार से लेकर सभी राज्य सरकारों द्वारा जनहित योजनाएं चलाई जाती हैं। जहां केंद्र सरकार की योजना का लाभ पूरे देश के लोगों को मिलता है, वहीं राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ उस राज्य के लोगों को ही मिलता है। देश के ज्यादातर राज्यों में महिलाओं और गरीब तबके के लोगों की सहायता के लिए अलग-अलग योजनाएं चलाई जाती हैं। देश में एक राज्य ऐसा है, जहां राज्य सरकार गरीब की बेटी की शादी में वित्तीय सहायता देने के साथ-साथ 22 कैरेट सोने का सिक्का भी देती है। हम बात कर रहे हैं तमिलनाडु सरकार की 'विवाह सहायता योजना' की।
इनके लिए शुरू की योजनाएं
तमिलनाडु के अधिकांश समुदायों में शादी के दौरान दुल्हन को सोने का 'तिरुमंगलम' (तमिल मंगलसूत्र) पहनना होता है, जो रीति-रिवाजों और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के अनुसार विवाह समारोह का अहम हिस्सा है। आर्थिक रूप से कमजोर माता-पिता अपनी बेटियों की शादी के खर्च का बोझ नहीं उठा पाते हैं। ऐसे माता-पिता की मदद करने के लिए सरकार द्वारा विवाह सहायता योजना शुरू की गई। इस योजना के तहत राज्य सरकार गरीब माता-पिता की बेटियों, अनाथ लड़कियों, पुनर्विवाह करने वाली विधवाओं, विधवा बेटियों की शादी और अंतरजातीय विवाहित जोड़ों की मदद के लिए विवाह सहायता योजनाएं चलाती है।
विवाह सहायता योजनाएं
पहली योजना के तहत दुल्हन को ECS के जरिए सरकार 25,000 रुपये की सहायता के साथ 8 ग्राम सोने का सिक्का देती है। हालांकि, इस योजना का लाभ लेने के लिए दुल्हन को 10वीं कक्षा पास होना चाहिए; अनुसूचित जनजाति के मामले में दुल्हन को 5वीं कक्षा तक पढ़ी होना चाहिए।
दूसरी योजना के तहत राज्य सरकार लड़की को ECS के जरिए 50,000 रुपये की सहायता के साथ 8 ग्राम सोने का सिक्का देती है। लेकिन, इस योजना का लाभ उठाने के लिए लड़की के पास रेगुलर कॉलेज के साथ विश्वविद्यालय से डिग्री होना जरूरी है।
तीसरी डॉ. धर्मम्बल अम्मैयार निनैवु विधवा पुनर्विवाह सहायता योजना के तहत राज्य सरकार दुल्हन को ECS के जरिए 15,000 रुपये की वित्तीय सहायता और 10,000 रुपये राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र के साथ 8 ग्राम 22 कैरेट सोने के सिक्का देती है। इसके आवेदन के लिए कोई आय सीमा और शैक्षणिक योग्यता निर्धारित नहीं है। हां, अगर महिला के पास डिग्री या डिप्लोमा है तो उसे सरकार से 50,000 दिए जाते हैं। इसमें से 30,000 रुपये ECS के जरिए और 20,000 रुपये राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र दिया जाता है। इसके साथ ही 22 कैरेट का 8 ग्राम सोने का सिक्का दिया जाता है।
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इसी तरह से गरीब विधवाओं की बेटियों के लिए ईवीआर मनियाम्मैयार निनैवु विवाह सहायता योजना, अनाथ लड़कियों के लिए अन्नाई थेरासा निनैवु विवाह सहायता योजना, डॉ. मुथुलक्ष्मी रेड्डी निनैवु अंतरजातीय विवाह सहायता योजना, सथियावनिमुथु अम्मैय्यर निनैवु सिलाई मशीन योजना की मुफ्त आपूर्ति योजना और अंतरजातीय विवाह श्रेणी-I एवं श्रेणी-II चलाई जाती हैं।