New Parliament House: सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार (26 मई) को नए संसद भवन के उद्घाटन मामले की जनहित याचिका पर सुनवाई करेगा। यह याचिका सुप्रीम कोर्ट के वकील सीआर जया सुकिन ने दाखिल की है। याचिकाकर्ता ने कहा कि नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को शामिल न करना भारतीय संविधान का उल्लंघन है। उन्होंने मांग की कि नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नहीं बल्कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कराया जाना चाहिए। सुप्रीम कोर्टसे केंद्र सरकार को आदेश देने की भी मांग की गई है।
कांग्रेस समेत 21 दलों की मांग- राष्ट्रपति करें उद्घाटन
कांग्रेस, आप और टीएमसी समेत 21 विपक्षी राजनीतिक दलों ने संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने का फैसला लिया है। बुधवार को 19 दलों ने संयुक्त बयान भी जारी किया। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जगह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नए संसद भवन का उद्घाटन करना चाहिए।
वहीं, 24 राजनीतिक दलों ने उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेने पर अपनी सहमति जता दी है। इनमें राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल 18 दल और छह गैर एनडीए दलों ने उद्घाटन समारोह में शामिल होने का ऐलान कर दिया है।
यह भी पढ़ें: Sengol: मैं उस वक्त 14 साल का था, भावुक हुए सेंगोल के निर्माता, जानें कितने दिन में बनकर हुआ था तैयार?
देशभर से आए पुजारी कराएंगे पूजा
28 मई की सुबह नए संसद भवन में भव्य समारोह होगा, जिसमें वैदिक रीति रिवाज से पूजाएं सुबह 7:30 बजे से प्रारंभ होकर लगभग 9 बजे तक चलेंगी। जिसके बाद उद्घाटन समारोह दोपहर के आसपास शुरू होने की उम्मीद है। सुबह की पूजा के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष, ओम बिरला, उपसभापति और कुछ शीर्ष अधिकारियों के उपस्थित होने की उम्मीद है। पूजा संपन्न कराने के लिए देश भर से विशेष पुजारी आएंगे।
समारोह दोपहर 12 बजे शुरू होगा, जो दोपहर 1:30 बजे खत्म होगा। समारोह के दौरान संसद के सेंट्रल हॉल में सेंगोल स्थापित किया जाएगा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला कार्यक्रम की शुरुआत में भाषण देंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समापन करेंगे।
और पढ़िए – देश से जुड़ी अन्य बड़ी ख़बरें यहाँ पढ़ें