…जब सिर पर गमछा बांधकर पहुंचे अतीक-अशरफ, SIT और ज्यूडिशियल कमीशन के सामने दोहराया गया हत्याकांड
Atiq-Ashraf Murder
Atiq-Ashraf Murder: उत्तर प्रदेश के माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के हत्याकांड की जांच जारी है। गुरुवार काे प्रयागराज में उसी कॉल्विन अस्पताल में क्राइम सीन को दोहराया गया, जहां अतीक-अशरफ की 15 अप्रैल को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। धूमनगंज के एचएसओ और घायल सिपाही को भी मौके पर बुलाया गया और उनके पूछताछ की गई।
एसआईटी और ज्यूडिशियल कमीशन की टीम हत्याकांड से जुड़े सभी दस्तावेज लेकर मौके पर पहुंची थी। सिलसिलेवार घटनाक्रम को दोहराया गया और सवाल-जवाब भी किए गए। बाद में फॉरेंसिक टीम ने पड़ताल की है। जांच टीम यह पता लगा रही है कि किस तरह अतीक और अशरफ को मारा गया था।
गाड़ी से उतरा अतीक-अशरफ, हमलावरों ने किया सरेंडर
कैमरे के सामने हुए इस अतीक-अशरफ हत्याकांड की बारीकी से जांच करने के लिए लखनऊ से फॉरेंसिक टीम पहुंची है। टीम के पास अतीक-अशरफ की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी है। टीम ने मौके पर धूमनगंज एसएचओ राजेश मौर्य, घायल सिपाही मान सिंह को बुलवाया। इसके बाद दो लोगों को कुर्ता पहनाया गया। उनके सिर पर गमछा बांधा गया। फिर उन्हें पुलिस लेकर आगे बढ़ी। तभी उन्हें पत्रकारों ने घेर लिया।
अतीक और अशरफ ने बात करना शुरू किया था कि उन पर तीन लोगों ने हमला कर दिया। इसके बाद तीनों हमलावरों ने सरेंडर कर दिया। इसके बाद जिन-जिन जगहों से पुलिस ने सबूत जुटाए थे, उन्हें चिन्हित किया गया। आयोग और एसआईटी ने पुलिसकर्मियों के बयान लिए और उन्हें हत्याकांड की कड़ियों से जोड़ा है।
योगी सरकार ने बनाया है आयोग
अतीक अहमद पर 100 से अधिक केस दर्ज थे। वह 2005 के राजू पाल हत्याकांड और इस साल फरवरी में हुए गवाह उमेश पाल मर्डर केस भी नामजद था। जब अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या हुई, उस वक्त दोनों पुलिस की रिमांड में थे। अतीक को गुजरात के साबरमती जेल और अशरफ को बरेली जेल से लाया गया था।
इस हत्याकांड के बाद योगी सरकार ने एसआईटी और न्यायिक आयोग का गठन किया गया है। आयोग के अध्यक्ष पूर्व जस्टिस अरविंद कुमार त्रिपाठी, पूर्व जस्टिस बृजेश कुमार सिंह और पूर्व डीजी सुबेश कुमार सिंह ने घटनास्थल का मुआयना किया।
रिमांड पर तीनों आरोपी, तीन और सहयोगी पकड़े गए
अतीक और अशरफ का मर्डर तीन आरोपियों हमीरपुर के सन्नी सिंह (23), बांदा के लवलेश तिवारी (22) और कासगंज के अरुण मौर्य (18) ने किया था। तीनों 23 अप्रैल तक यानी चार दिन की पुलिस रिमांड पर हैं।
हत्या के मुख्य आरोपी लवलेश तिवारी के तीन दोस्तों को उत्तर प्रदेश के बांदा में एसआईटी ने हिरासत में लिया है। अधिकारियों ने बताया कि तीनों को बांदा रेलवे स्टेशन पर पकड़ा गया। आगे की जांच के लिए एसआईटी की टीम हमीरपुर और कासगंज भी पहुंची है।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने बुधवार को कौशांबी में अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन की तलाश में छापेमारी की। यहां कुछ अपराधियों के छिपे होने की सूचना मिलने के बाद तलाशी अभियान चलाया गया। अभियान करीब 2 घंटे तक चला। अभियान में एक ड्रोन कैमरे का भी इस्तेमाल किया गया।
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