Vani Jairam: राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता और प्लेबैक सिंगर वाणी जयराम अब नहीं रहीं। वह 77 साल की थीं। 2022 में उन्हें भारत का तीसरा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण मिला था। वाणी जयराम चेन्नई में हैडोस रोड, नुंगमबक्कम में अपने घर में मृत मिलीं। रिपोर्टस के अनुसार, उनके माथे पर चोट के निशान मिले हैं। उनके निधन से संगीत जगत में शोक छा गया है।
वाणी जयराम की आवाज में 'हम को मन की शक्ति देना मन विजय करे...' गीत लगभग सभी को याद होगा। उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण के कई भजन भी गाए थे, जो मीरा की भक्ति पर आधारित थे। इसलिए वाणी जयराम को आधुनिक भारत की मीरा कहा जाता था।
तीन बार मिला था सर्वश्रेष्ठ गायिका का अवार्ड
वाणी जयराम जन्म 30 नवंबर 1945 में हुआ था। 1971 में उन्होंने संगीत की दुनिया में कदम रखा था और 1990 तक वे संगीतकारों की पसंदीदा गायिका रहीं। तीन बार सर्वश्रेष्ठ महिला प्लेबैक सिंगर के तौर राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता था। उन्हें तमिलनाडु, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, केरल, गुजरात और ओडिशा से राज्य पुरस्कार भी प्राप्त हुए थे।
10 हजार से ज्यादा गाने गए
वाणी जयराम ने एमएस इलैयाराजा, आरडी बर्मन, केवी महादेवन, ओपी नैय्यर और मदन मोहन के साथ काम किया था। तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, हिंदी, उर्दू, मराठी, बंगाली, भोजपुरी और उड़िया में 10 हजार से ज्यादा गाने गाए हैं। उन्होंने देश और दुनिया भर में कई शो किए। हाल ही में उन्होंने एक प्रोफेशनल प्लेबैक सिंगर के तौर संगीत की दुनिया में अपने 5 दशक पूरे किए थे।
थाउज़ेंड लाइट्स पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वयोवृद्ध पार्श्व गायिका वाणी जयराम चेन्नई में अपने आवास पर मृत पाई गईं। जांच की जा रही है। इसके बाद अपडेट साझा की जाएगी।