राज्य समाज कल्याण विभाग ने किया दौरा
मामला कर्नाटक के कोलाक में स्थित मोरारजी देसाई विद्यालय का है, जहां पढ़ाई कराने के बजाय स्कूली छात्रों से बाथरूम की सफाई कराई जा रही है। वीडियो देखते ही तत्काल राज्य समाज कल्याण विभाग ने स्कूल का दौरा किया, तो वीडियो सच पाया गया। कोलार एसपी नारायण एम ने बताया कि कि इस स्कूल में कोई स्थायी वार्डन नहीं है। एसपी नारायण एम ने कहा कि मामले की जांचकर जल्द ही आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। साथ ही उन्होंने टीम को इस मामले की गहनता से जांच करने के आदेश दिए हैं। क्या स्कूल ने शौचालय की सफाई के लिए किसी को काम पर रखा है या फिर विद्यालय अपनी सभी ब्रांच में ऐसा कर रहा है, इसकी जांच करने की बात कही गई है। यह भी पढ़े: चमत्कार! चार महीने के बच्चे का कुछ नहीं कर पाया तूफान, पेड़ पर सोता मिलापहले भी इस तरह का आया था मामला
तीन महीने पहले भी हरिद्वार के एक स्कूल में भी स्कूली बच्चों से टॉयलेट साफ कराने का मामला सामने आया था। जानकारी के मुताबिक हरिद्वार जिले के लालढांग क्षेत्र में राजयकीय प्राथमिक विद्यालय में प्रिंसिपल ने स्कूली बच्चों से शौचालय साफ करवाया था। बाल्टी, ब्रश और झाड़ू लिए बाथरूम साफ करते हुए स्कूली बच्चों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ था। वीडियो पर जब स्कूल की प्रिंसिपल से पूछताछ की गई तो उन्होंने स्कूल में सफाई कर्मचारी न आने का कारण बताया था।