Santiniketan home of Rabindra Nath Tagore included in UNESCO World Heritage List: नोबल पुरस्कार विजेता रवींद्र नाथ टैगोर का घर शांति निकेतन अब विश्व विरासत बन गया है। रविवार को यूनेस्को ने घोषणा की कि शांति निकेतन को विश्व विरासत सूची में शामिल किया गया है। टैगोर का घर शांति निकेतन पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में स्थित है। इस सांस्कृतिक स्थल को यूनेस्को का टैग दिलाने के लिए लंबे समय से संघर्ष चल रहा था।
कवि और दार्शनिक रवींद्रनाथ टैगोर के पिता देवेंद्रनाथ ठाकुर ने 1863 में बीरभूम जिले में शांति निकेतन की स्थापना की थी। यह कोलकाता से 100 किमी की दूरी पर उत्तर की ओर स्थित है। हालांकि बाद में जब रवींद्र नाथ टैगोर ने विश्व भारती विश्वविद्यालय की स्थापना की तो यह शहर मशहूर हो गया। शांति निकेतन भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत में गहरी जड़ें रखने वाला एक अद्वितीय संस्थान है। शुरुआत में यह एक आवासीय विद्यालय था। टैगोर ने यहीं रहकर अपनी कालजयी रचनाएं गढ़ी हैं।
सात एकड़ की भूमि बना था आश्रम
शुरुआत में शांति निकेतन सात एकड़ भूमि में फैला था। अब इसका विस्तार हो चुका है। रवींद्रनाथ ने 1901 में सिर्फ पांच बच्चों को लेकर विश्व भारती स्कूल खोला था। पांच बच्चों में उनका बेटा भी था। 1921 में विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा मिला। इस समय यहां 6 हजार से अधिक बच्चे पढ़ते हैं।
यूनेस्को के 195 सदस्य
यूनेस्को का पूरा नाम संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन है। इसका गठन 16 नवंबर 1945 को हुआ था। यह दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और प्राकृतिक खजानों के संरक्षण के लिए समर्पित है। इस समय यूनेस्को के 195 सदस्य और 8 सहयोगी सदस्य देश हैं। इसका मुख्यालय पेरिस, फ्रांस में है।