दिल्ली में लाल किला के पास हुए ब्लास्ट को सरकार ने आतंकी हमला माना है. पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक मृतकों को श्रद्धांजलि दी गई. इसके साथ ही इससे जुड़ा एक प्रस्ताव पास किया गया. जिसमें कहा गया है कि देश ने 10 नवंबर को लाल किले के पास एक कार धमाके के जरिए राष्ट्रविरोधी ताकतों द्वारा किए गए जघन्य आतंकी हमले को देखा है.
इसके साथ ही मंत्रिमंडल ने निर्देश दिया है कि इस घटना की जांच अत्यंत तत्परता और पेशेवर तरीके से की जाए, ताकि दोषियों, उनके सहयोगियों और साजिशकर्ताओं की पहचान कर उन्हें शीघ्र न्याय के कटघरे में लाया जा सके.
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मंत्रिमंडल ने पारित किया प्रस्ताव
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि कैबिनेट ने इस घटना में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा. दिल्ली की घटना को लेकर उन्होंने कहा कि देश ने 10 नवंबर 2025 की शाम को लाल किले के पास एक कार विस्फोट के माध्यम से राष्ट्र-विरोधी ताकतों द्वारा अंजाम दी गई एक जघन्य आतंकवादी घटना देखी है. इस विस्फोट में कई लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. मंत्रिमंडल हिंसा के इस कृत्य के पीड़ितों के प्रति अपनी गहरी श्रद्धांजलि अर्पित करता है और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता है.
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इसके साथ ही उन्होंने बताया कि मंत्रिमंडल सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की गई और पीड़ितों को देखभाल और सहायता प्रदान करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों और इमरजेंसी सर्विसेज से जुड़े लोगों की सराहना की गई. अश्विनी वैष्णव ने बताया कि मंत्रिमंडल इस नृशंस और कायराना हरकत की स्पष्ट रूप से निंदा करता है जिसके कारण निर्दोष लोगों की जान गई है.
इसके साथ ही मंत्रिमंडल ने दुनिया भर की कई सरकारों द्वारा दिए गए एकजुटता और समर्थन के बयानों की भी सराहना की. मंत्रिमंडल अधिकारियों, सुरक्षा एजेंसियों और नागरिकों की त्वरित प्रतिक्रिया की सराहना करता है जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में साहस और करुणा के साथ कार्य किया. इसके साथ ही मंत्रिमंडल ने निर्देश दिया है कि घटना की जांच तेजी से की जाए ताकि अपराधियों, उनके सहयोगियों और उनके प्रायोजकों की पहचान की जा सके और उन्हें बिना किसी देरी के न्याय के कटघरे में लाया जा सके. सरकार के उच्चतम स्तरों पर स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है.