भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बताया है कि वह जल्दी ही ₹20 के नए नोट जारी करेगा। इन नए नोटों पर नए गवर्नर संजय मल्होत्रा के साइन होंगे। ये नोट महात्मा गांधी (नई) सीरीज के होंगे। इन नए ₹20 के नोटों का डिजाइन और बाकी सभी चीजें वैसे ही रहेंगी, जैसी पहले के नोटों में थीं। बस गवर्नर का साइन बदला गया है। RBI ने यह भी कहा है कि जो ₹20 के पुराने नोट अभी चलन में हैं, वे भी पूरी तरह से सही हैं। लोग उन्हें बिना किसी परेशानी के इस्तेमाल कर सकते हैं।
सभी पुराने ₹20 के नोट रहेंगे वैध
संजय मल्होत्रा ने 11 दिसंबर 2024 को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के 26वें गवर्नर के रूप में काम संभाला है। उनका कार्यकाल तीन साल का होगा। RBI ने बताया है कि कोई भी नोट जब तक सरकार उसे आधिकारिक तौर पर बंद नहीं करती, तब तक वह पूरे देश में चलन में रहता है। ऐसे नोटों को "लीगल टेंडर" कहा जाता है। इसका मतलब है कि ऐसे नोटों को कहीं भी किसी को भुगतान करने या उधार चुकाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
नोटों की छपाई होती है चार प्रमुख प्रिंटिंग प्रेसों में
RBI देश में चलने वाले नोटों की छपाई चार जगहों पर कराता है। इनमें से दो प्रिंटिंग प्रेस सरकार की कंपनी SPMCIL चलाती है। ये प्रेस नासिक (पश्चिम भारत) और देवास (मध्य भारत) में हैं। बाकी दो प्रिंटिंग प्रेस RBI की अपनी कंपनी BRBNMPL चलाती है। ये प्रेस मैसूर (दक्षिण भारत) और सालबोनी (पूर्व भारत) में हैं।
देश में सिक्कों का प्रोडक्शन कहां होता है
देश में सिक्कों की बनावट चार जगहों पर होती है। इन्हें टकसाल (मिंट) कहा जाता है। ये टकसाल मुंबई, हैदराबाद, कोलकाता और नोएडा में हैं और ये सब सरकार की कंपनी SPMCIL के अंतर्गत आती हैं। सिक्के चलन में लाने का काम केवल भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ही करता है। नोट और सिक्कों को पूरे देश में आसानी से बांटने के लिए RBI ने कुछ बैंकों को "करेंसी चेस्ट" खोलने की इजाजत दी है। करेंसी चेस्ट वो जगह होती है जहां नोट और सिक्के सुरक्षित रखे जाते हैं और जरूरत के हिसाब से बैंकों को दिए जाते हैं। 28 फरवरी 2025 तक देश में ऐसे 2691 करेंसी चेस्ट काम कर रहे थे।