Sharmishta Panoli Row: सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली इन दिनों अपनी एक वीडियो को लेकर विवादों में घिरी हैं। इस वीडियो में उन्होंने उन बॉलीवुड स्टार्स पर निशाना साधा है, जो ऑपरेशन सिंदूर पर चुप्पी साधे बैठे थे। इसके साथ ही शर्मिष्ठा पनोली इस वीडियो में एक धर्म को लेकर कुछ आपत्तिजनक बातें भी करती हैं, जिसकी वजह से विवाद खड़ा हो गया। इस बीच उनके खिलाफ कोलकाता में केस दर्ज हुआ। इसके बाद पश्चिम बंगाल पुलिस ने शर्मिष्ठा पनोली को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया। शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी के बाद यह विवाद और ज्यादा गरमा गया। हाल ही में फिल्म एक्ट्रेस और भाजपा सांसद कंगना रनौत ने शर्मिष्ठा का समर्थन किया था। वहीं, अब भाजपा नेता अमित मालवीया और आंध्र प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री पवन कल्याण भी शर्मिष्ठा के समर्थन में उतर गए हैं।
विवाद पर क्या बोले पवन कल्याण?
विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम पवन कल्याण ने शर्मिष्ठा के समर्थन में एक्स पर एक पोस्ट किया। इस पोस्ट में उन्होंने लिखा कि लॉ स्टूडेंट शर्मिष्ठा ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर खुलकर अपनी बात कही। हालांकि, कुछ लोगों को उनकी ये बातें आपत्तिजनक और गलत लगीं। बाद में शर्मिष्ठा ने अपनी गलती मानी और विवादित वीडियो को डिलीट कर दिया। इसके बाद उन्होंने लोगों से माफी भी मांगी। उनके खिलाफ शिकायत हुई, बंगाल पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए शर्मिष्ठा को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद पवन कल्याण ने इस पोस्ट में एक सवाल किया। जिसमें उन्होंने पूछा कि जब टीएमसी के नेता और सांसद सनातन धर्म का मजाक उड़ाते हैं, तब लाखों लोगों की भावना आहत होती है, उसका क्या? ये गुस्सा कहां जाता है जब हिंदू धर्म को गंद धर्म कहा जाता है? उन नेताओं की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? उन लोगों की माफी कहां है?
यह भी पढ़ें: जौनपुर में मिला रिटायर्ड अधिकारी का शव, पीट-पीटकर हत्या की आशंका
क्या सीएम ममता पर भी होगी कार्रवाई?
भाजपा नेता अमित मालवीया ने भी एक्स पर पोस्ट करते हुए शर्मिष्ठा का समर्थन किया है। उन्होंने पोस्ट में लिखा कि 22 साल की शर्मिष्ठा पनोली को एक वीडियो के लिए गिरफ्तार कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इस वीडियो को उन्होंने 15 मई को ही डिलीट कर दिया था और पब्लिकली सबसे माफी मांगी थी। शर्मिष्ठा की टिप्पणियों की वजह से सांप्रदायिक अशांति का कोई मामला सामने आया है। लेकिन फिर भी कोलकाता पुलिस जल्दबाजी में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि यह अब कानून और व्यवस्था के बारे में नहीं है, यह चुनिंदा प्रवर्तन के बारे में है। उन्होंने बंगाल सीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने खुद कई बार विभाजनकारी बयान दिए हैं, जिसके दूरगामी परिणाम भी देखने को मिले हैं। इसकी वजह से कई बार जान-माल का नुकसान और संपत्ति का विनाश भी हुआ है। क्या उनके लिए भी कानून उसी तरह से लागू किया जाएगा?