Parliament Security Breach : 13 दिसंबर 2001 को संसद भवन पर हुए आतंकी हमले की 22वीं बरसी के मौके पर बुधवार को लोकसभा में हुई सुरक्षा चूक ने कई बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। आज लोकसभा में शून्य काल के दौरान विजिटर्स गैलरी से दो लोग सदन के चैंबर में गैस के कैनिस्टर लेकर कूद गए थे। जिसके बाद दो बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई थी। स्थिति नियंत्रण में आने के बाद कार्यवाही फिर शुरू हुई और स्पीकर ओम बिड़ला ने इस घटनाक्रम को लेकर टिप्पणी की। इस मामले पर चर्चा के लिए उन्होंने चार बजे सर्वदलीय बैठक भी बुलाई थी।
इससे पहले लोकसभा स्पीकर ने सदन में कहा था कि शून्य काल के दौरान हुई घटना की विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है। दिल्ली पुलिस को जरूरी दिशानिर्देश भी दे दिए गए हैं। शुरुआती जांच में पता चला है कि कैनिस्टर से केवल धुंआ निकल रहा था और उसे लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि इस घटना को अंजाम देने वाले दोनों लोगों को पकड़ लिया गया है और उनके पास मौजूद सामान भी जब्त कर लिया गया है। संसद के बाहर से भी दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है बिड़ला ने कहा कि आज हुई घटना हम सबके लिए चिंता का विषय है और बेहद गंभीर है। इसकी उच्च स्तरीय जांच की जा रही है और उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। सदन में सुरक्षा को लेकर एक विस्तृत समीक्षा भी की जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने सदन की कार्यवाही गुरुवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
सुरक्षा अधिकारी क्या कर रहे थे: अधीर रंजन
वहीं, इस घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा में कहा कि आज ही हमने उन बहादुरों को श्रृद्धांजलि अर्पित की थी जिन्होंने संसद पर हुए हमले के दौरान अपना जीवन कुर्बान कर दिया था और आज ही सदन के अंदर एक और हमला हो गया। उन्होंने सवाल किया कि क्या यह इस बात को साबित नहीं करता है कि हम उच्च स्तर की सुरक्षा बनाए रखने में असफल हुए हैं? सभी सांसदों ने बिना डरे दो लोगों को पकड़ लिया था लेकिन मैं जानना चाहता हूं कि जब ये सब हुआ तब सुरक्षा अधिकारी क्या कर रहे थे?
खड़गे ने की कार्यवाही स्थगित करने की मांग
उधर, राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम कार्यवाही को स्थगित करने का अनुरोध करते हैं। उन्होंने मांग की कि गृह मंत्री आएं और इस संबंध में और जानकारी साझा करें। इसे लेकर सदन के नेता पीयूष गोयल ने इसके जवाब में कहा कि हमें यह संदेश देना चाहिए कि हमारे देश की ताकत इस सबसे ऊपर है। सदन की कार्यवाही चलती रहनी चाहिए। गोयल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रही है और इससे देश को अच्छा संदेश नहीं जाता है।