जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान में तनाव चरम पर है। मोदी सरकार ने बुधवार को ही पाकिस्तान के खिलाफ बड़े फैसले लिए थे। पाकिस्तान ने भी गुरुवार को कुछ फैसले भारत के खिलाफ लिए हैं। भारत ने अटारी बॉर्डर को बंद करने का ऐलान किया है। कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक के बाद जो फैसले सरकार ने लिए हैं, उनकी जानकारी विदेश मंत्रालय के सचिव की ओर से दी गई है।
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वाघा-अटारी सीमा पर बने चेक पोस्ट को बंद करने का ऐलान भारत ने किया है। यह चेक पोस्ट दोनों देशों के बीच यात्रा, व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान का प्रमुख जरिया माना जाता है। बड़ा सवाल ये है कि भारत के इस निर्णय से पाकिस्तान पर क्या असर होगा? मोदी सरकार का यह फैसला पाकिस्तान के लिए सिरदर्द साबित होगा।
व्यापार पर असर
अटारी बॉर्डर बंद होने से दोनों देशों के बीच सड़क मार्ग से होने वाला व्यापार बंद हो जाएगा। भारत ने पाकिस्तान से 2019 में मोस्ट फेवर्ड नेशन (MFN) का दर्जा वापस ले लिया था। इसके बाद दोनों देशों के बीच व्यापार घट गया था। इस पोस्ट के जरिए फल, सीमेंट और टमाटर का कारोबार होता है। भारत पाकिस्तान को चाय, टमाटर, चीनी आदि की सप्लाई यहीं से करता है। बॉर्डर बंद होने से पाकिस्तान में इन चीजों की कमी हो सकती है, जिससे महंगाई बढ़ सकती है।
दवाओं की कमी
इस पोस्ट के जरिए भारत पाकिस्तान को जीवनरक्षक दवाओं की आपूर्ति करता है। 2019 में जब ऐसी स्थिति बनी थी, तब पाक में कच्चे माल और दवाओं की कमी हो गई थी। एक बार फिर ऐसे हालात बन सकते हैं।
एक्सपोर्ट पर असर
इस पोस्ट के जरिए पाकिस्तान से भारत को फलों, सीमेंट और चमड़े के सामान और मसालों की सप्लाई की जाती है। बॉर्डर बंद होने से पाकिस्तानी व्यापारियों को नुकसान होना तय है।
लोग नहीं कर पाएंगे यात्रा
इस मार्ग के जरिए भारत-पाकिस्तान के लोग एक-दूसरे देश की यात्रा करते हैं। भारत से हजारों सिख यात्री करतारपुर साहिब की यात्रा पर भी जाते हैं। चेक पोस्ट बंद होने से इस यात्रा भी पर असर पड़ सकता है। फिलहाल यात्रा को लेकर सरकार ने स्थिति स्पष्ट नहीं की है।
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर असर
बॉर्डर बंद होने से सीधा असर पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा। 2019 में जब ऐसी स्थिति बनी थी, तब पाकिस्तान को वैकल्पिक रास्ते खोजने पड़े थे। इससे लागत बढ़ी, जिससे पाकिस्तान में महंगाई भी बढ़ गई। इसकी वजह से पाकिस्तान को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा।