कुमार गौरव, नई दिल्ली: एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मोदी सरकार पर तवांग में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुए संघर्ष के मुद्दे पर देश को गुमराह करने का आरोप लगाया है। ओवैसी ने कहा कि पड़ोसी देश चीन हमारी जमीन पर कब्जा करके बैठा है और हमारे अंदर घुसकर सैनिकों और सीमा पर हमला कर रहा है। ओवैसी ने ये भी आरोप लगाया कि केंद्र की मोदी सरकार में चीन से निपटने के लिए राजनीतिक ताकत की कमी है।
मुद्दे को छुपाने की कोशिश
सीमा पर हुई झड़प में कुछ भारतीय सेना के जवान घायल हुए हैं इस मुद्दे पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह ने बयान दिया है। असदुद्दीन ओवैसी ने दोनों नेताओ के बयान की निंदा करते हुए कहा है कि 9 तारीख को यह झड़प हुई और सरकार ने इस मुद्दे को मीडिया में आने से पहले तक छुपा कर रखा था जो संसद का अपमान है। संसद का सत्र चल रहा है और मीडिया में खबर सामने आने के बाद 13 दिसंबर को सरकार इस पर सदन में बयान देती है। ये छुपाने की कोशिश है।
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विदेश जाकर चीन के राष्ट्रपति से हाथ मिलाते हैं पीएम
ओवैसी ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी घेरा। ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेश जाकर चीन के राष्ट्रपति से हाथ मिलाते हैं और चीन की सेना हमारी सीमा में घुसकर हमारे जवानों पर हमला करती है। ओवैसी ने आरोप लगाया की सेना के शौर्य और बहादुरी के पीछे मोदी सरकार छुपने का प्रयास कर रही है।
ओवैसी ने इस इस घटना के साथ साथ डोकलाम की घटना का भी जिक्र किया और उसके सहारे भी सरकार पर हमला बोला, उन्होंने कहा कि डोकलम की घटनांसे भी वर्तमान सरकार ने कोई सबक नहीं लिया और उसी का नतीजा है कि चीन की सेना आज भी हमारी जमीन पर बैठी हुई है।
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