ऑपरेशन सिंदूर पर तीनों सेनाओं के डीजी ऑपरेशंस ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में रामधारी सिंह दिनकर रचित की कुछ पक्तियां दिखाई गईं, जबकि कल शिवतांडव दिखाया गया था, एयर मार्शल एके भारती ने इस सवाल का जवाब रामचित मानस का दोहा पढ़कर पाकिस्तान की कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि हम अगले मिशन के लिए तैयार हैं।
सेनाओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस में रामधारी सिंह दिनकर की कविता का उपयोग करके दिए जा रहे संदेश के बारे में पूछे जाने पर एयर मार्शल एके भारती ने कहा कि मैं आपको रामचरित मानस की कुछ पंक्तियां याद दिलाऊंगा, याद कीजिए वह पंक्ति- 'विनय न माने जलधि जड़, गए तीनि दिन बीति। बोले राम सकोप तब भय बिनु होय न प्रीत'। समझदार के लिए इशारा काफी है।
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जानें रामचरित मानस के दोहा का क्या मतलब है?
रामचरित मानस के यह दोहा रामायण के उस प्रसंग से संबंधित है, जहां भगवान श्रीराम लंका जाने के लिए समुद्र से रास्ता मांगते हैं। 3 दिनों तक विनती करने के बाद भी समुद्र रास्ता नहीं देता है, तब श्रीराम क्रोधित होकर कहते हैं कि बिना भय के प्रेम या सम्मान नहीं होता। यह दोहा इस बात का संदेश देता है कि जब कोई व्यक्ति विनम्रता या प्रार्थना से नहीं मानता तो शक्ति या भय का उपयोग करके उसे अपनी बात मनवानी पड़ती है।
एयर मार्शल ने पाकिस्तान को क्या दी चुनौती?
एयर मार्शल एके भारती ने कहा कि ये दूसरे तरह का वॉर था और ऐसा होना ही था। अगली जब भी लड़ाई होगी, भगवान करे लड़ाई न हो लेकिन अगर हुई तो ये पिछली की तरह नहीं होगी। हर एक लड़ाई एक अलग तरीके से लड़ी जाती है। उन्होंने पाकिस्तान को बड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि हम अगले मिशन के लिए तैयार हैं। अब जो लड़ाई होगी, वो पिछली जैसी नहीं होगी।
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