कैसे की धोखाधड़ी
नोएडा पुलिस के अनुसार, कॉल सेंटर ने लगभग पांच लाख अमेरिकी नागरिकों के नाम, संपर्क नंबर और कुछ वित्तीय जानकारी का एक डेटाबेस रखा था। बताया गया कि आरोपियों ने इन विवरणों का इस्तेमाल उन्हें निशाना बनाने और उन्हें विश्वास में लेने के लिए किया। पुलिस उपायुक्त (नोएडा) हरीश चंदर ने समाचार एजेंसी PTI को बताया कि सेक्टर 6 में स्थित 150 डेस्कटॉप की क्षमता वाले कॉल सेंटर पर रात के दौरान अवैध धोखाधड़ी के कार्य को करने की सूचना मिलने पर बुधवार शाम करीब 5 बजे छापेमारी की गई।गाजियाबाद के विवेक कुमार की मुख्य भूमिका
इस कॉल सेंटर के मैनेजर के रूप में गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक निवासी 29 वर्षीय विवेक कुमार ने मुख्य भूमिका निभाई। ऑपरेशन के शुरुआती चरण के दौरान, उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से संभावित उम्मीदवारों को नौकरी के लिए बुलाया। इसमें उन लोगों को बुलाया गया, जिन्हें अच्छी अंग्रेजी आती हो। विशेष रूप से, अधिकांश लोग पूर्वोत्तर क्षेत्रों से चुने गए।मणिपुर से शामिल हुए लोग
कर्मचारियों में मणिपुर का 25 वर्षीय रिंगथांग बो भी था, जिसने पुलिस के मामले पर जानकारी दी। बो, अपने दोस्त मार्टम्स बाई की चू के साथ, क्रमशः 35,000 रुपये और 32,000 रुपये का मासिक वेतन के ऑफर पर कॉल सेंटर में शामिल हुए। जांच से पता चलता है कि बो और चू ट्रेनर बने थे। इन्होंने नए कर्मचारियों को अंग्रेजी भाषा के उपयोग को सीखाया और साथ ही कैसे गलत काम को अंजाम देना है, वह भी बताया।नागालैंड की महिला बनी टीम लीडर
इस घोटाले को तरीके से किया गया। नए कर्मचारियों को स्क्रिप्ट प्रदान की गईं और दो दिनों तक उनका काम देखा गया। तीसरे दिन, उनसे धोखाधड़ी करना से पहले एक टेस्ट किया गया। नागालैंड की 34 वर्षीय मूल निवासी एलिका, जो अपने पति वोतोवी के साथ दिल्ली में बेहतर जीवन की तलाश में थी, वह भी घोटाले में शामिल हो गई थी। एलीका कॉल सेंटर में एक टीम लीडर के रूप में काम कर रही थी। वहीं, उसके पति दिल्ली में एक फास्ट-फूड आउटलेट चला रहे थे।पैसों के लिए गलत भी करेंगे?
नागालैंड की 34 वर्षीय स्नातक सोफिया दो महीने पहले गुड़गांव के एक कॉल सेंटर से नोएडा स्थित सेंटर में शामिल होने के लिए ट्रांसफर हुई। चौंकाने वाली बात यह है कि अपने काम की धोखाधड़ी की प्रकृति से अवगत होने के बावजूद, कॉल सेंटर के किसी भी कर्मचारी ने अधिकारियों को सचेत करने या अपना पद छोड़ने का प्रयास नहीं किया। यहां इससे यह बात और समझ आती है कि लालच या आवश्यकता कोई भी गलत काम कराने के लिए किसी प्रकार लोगों को आतुर करती है।---विज्ञापन---
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