New Expressways Expansion in Goa: गोवा में देश का पहला केबल-स्टेड ब्रिज बनकर तैयार हो चुका है। इसका उद्घाटन मंगलवार (21 जनवरी) को केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी करेंगे। इसके अलावा गोवा को 4 एक्सप्रेसवे के विस्तार की सौगात भी देंगे। चारों फोरलेन सड़कों पर 2500 करोड़ रुपये की लागत से अंडरपास और एलिवेटेड कॉरिडोर बनाए जाएंगे। गडकरी के साथ गोवा के सीएम डॉ. प्रमोद सावंत भी मौजूद रहेंगे। चारों एक्सप्रेसवे पर निर्माण से गोवा में बुनियादी ढांचे का विकास तेजी से होगा।
यह भी पढ़ें:दिल्ली की इस सीट पर AAP और BJP में कड़ी टक्कर, जिस पार्टी का बना विधायक; उसकी आई सरकार
गोवा की सरकार राज्य के हवाई अड्डों और बंदरगाहों के बीच संपर्क में सुधार करने को लेकर लगातार परियोजनाओं पर काम कर रही है। इन परियोजनाओं का उद्देश्य गोवा की लॉजिस्टिक दक्षता को बढ़ाना और आर्थिक व क्षेत्रीय विकास को गति प्रदान करना है। पीएम मोदी के 'विकसित भारत 2047' विजन के अनुरूप केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी लगातार गोवा के लिए बड़े प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं।
1. पोंडा से भोमा NH-748: यह हाईवे पोंडा से बंडोरा, प्रियोल, कुनकोलीम, कुंडैम, भोमा, कोरलिम और ओल्ड गोवा से पणजी तक जाता है। विस्तार कार्यों से इन शहरों के बीच कनेक्टिविटी और बेहतर होगी। ट्रैफिक जाम की समस्या से भी छुटकारा मिलेगा। इस सड़क पर 557.14 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। फार्मागुडी में एक एलिवेटेड कॉरिडोर 9.61 किलोमीटर तक बनाया जाएगा। इससे यातायात की आवाजाही सुगम होगी, प्रमुख जंक्शनों पर कई अंडरपास भी बनाए जाएंगे।
2. जुआरी से मडगांव बाईपास (NH-66): यह हाईवे औद्योगिक एस्टेट से होकर गुजरता है और डाबोलिम एयरपोर्ट, मोरमुमागो बंदरगाह और पोंडा शहर के बीच कनेक्टिविटी की सुविधा देता है। कॉरिडोर कनेक्टिविटी को डेवलप करने के लिए इस पर 6.65 किलोमीटर तक एलिवेटेड कॉरिडोर और अंडरपास बनाए जाएंगे, जिससे आवागमन में आसानी होगी। इस योजना पर 398.25 करोड़ की लागत आएगी।
यह भी पढ़ें:Delhi Election: दिल्ली की इस सीट पर पूर्वांचली मतदाताओं का रुख तय करेगा हार-जीत, जानें समीकरण3. नवेलिम से कुनकोलिम खंड (NH-66): यह एक्सप्रेसवे दक्षिण गोवा और कर्नाटक से पणजी, मडगांव, डाबोलिम एयरपोर्ट, मोरमुगाओ बंदरगाह आदि से कनेक्टिविटी की सुविधा देता है। यह नवेलिम, ड्रामापुर, सरलीम और कुनकोलिम गांवों से होकर गुजरता है। इन इलाकों में इस हाईवे पर 750.52 करोड़ की लागत से 7.235 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड कॉरिडोर डेवलप किया जाएगा।
4. बेंडोर्डेम से कर्नाटक बॉर्डर (NH-66): इस एक्सप्रेस वे पर 1376.12 करोड़ की लागत से 22.1 किलोमीटर तक जानवरों के लिए अंडरपास और पहाड़ी क्षेत्र में एलिवेटेड सेक्शन डेवलप किया जाएगा। नितिन गडकरी इसी इलाके में बने भारत के पहले केबल-स्टेड ब्रिज का उद्घाटन करेंगे। यह पुल साडा से वरुणपुरी और गोवा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बीच कनेक्टिविटी बेहतर करने में मददगार साबित होगा। यह ब्रिज हेल्थ मॉनिटरिंग सिस्टम (BHMS) की ओर से बनाया गया है, जो वास्को शहर में यातायात का दबाव कम करेगा। भारी वाहनों को निर्देशित करने के लिए इसे खासतौर पर डिजाइन किया गया है।