NCERT Text Book Row: उत्तर प्रदेश में एनसीईआरटी की किताबों से मुगलों के अध्याय हटाए जाने का मामला तूल पकड़ रहा है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला शनिवार को अनंतनाग में थे। उन्होंने एनसीईआरटी के पाठ्यक्रमों में हुए बदलाव को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा।
पूर्व सीएम अब्दुल्ला ने कहा कि सरकार स्कूली पाठ्यक्रम से मुगल काल के अध्यायों को हटाने की कोशिश करे तो भी इतिहास से तारीखों को नहीं मिटाया जा सकता है। आप (केंद्र सरकार) शाहजहां, औरंगजेब, बाबर, अकबर और जहांगीर जैसे मुगल शासकों को कैसे भूल सकते हैं?
फारुक अब्दुल्ला ने कहा कि मुगलों ने 800 वर्षों तक देश पर शासन किया है। कभी हिंदू, ईसाई, सिख को खतरा नहीं लगा। जब जनता ताजमहल, फतेहपुर सीकरी, लाल किला और हुमायूं का मकबरा देखने जाएगी तो आप उन्हें कैसे छिपाएंगे? इन स्मारकों को अंतरराष्ट्रीय विरासत की मान्यता मिली हुई है। इसलिए सरकार कितनी भी कोशिश कर ले, वह इतिहास को नहीं बदल सकती है।
एनसीईआरटी निदेशक ने दी थी सफाई
इससे पहले राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) के निदेशक दिनेश प्रसाद सकलानी ने स्पष्ट किया था कि सीबीएसई की किताबों से मुगलों के अध्याय को छेड़ा नहीं गया है। 11वीं क्लास की किताब के सेक्शन-2 में साम्राज्यों में मुगलों का इतिहास पढ़ाया जा रहा है। 12वीं क्लास की किताब में मुगलों के इतिहास पर 2 चैप्टर थे, जिनमें से थीम नौ को पिछले साल हटा दिया गया था, जबकि थीम आठ अभी भी छात्रों को पढ़ाया जा रहा है। इस साल किसी भी किताब से कोई अध्याय नहीं हटाया गया है।
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