Mira Road Murder: महाराष्ट्र में मुंबई मीरा रोड जघन्य हत्याकांड में शुक्रवार को बड़ा खुलासा हुआ है। यह खुलासा खुद आरोपी मनोज साने ने किया। उसने दावा किया है कि वह 2008 से एचआईवी पॉजिटिव है। उसका लिव इन में रहने वाली सरस्वती वैद्य के साथ कभी कोई शारीरिक संबंध नहीं रहा।
हत्या के आरोपी मनोज साने ने पुलिस को बताया कि उसने अपनी लिव-इन पार्टनर 32 वर्षीय सरस्वती वैद्य के साथ कभी कोई शारीरिक संबंध नहीं बनाए, क्योंकि वह एचआईवी पॉजिटिव है। मनोज पर सरस्वती की हत्या करने, उसके शरीर को टुकड़ों में काटने और सबूत मिटाने के लिए उन्हें प्रेशर कुकर में उबालने का आरोप है। दोनों मीरा रोड के फ्लैट में पिछले तीन साल से एक साथ रह रहे थे। हालांकि वे 2014 से एक-दूसरे को जानते हैं। मनोज ने पुलिस को बताया कि वह 16 साल पहले सरस्वती से एक राशन की दुकान पर मिला था, जहां वह उस समय काम करता था।
एक्सीडेंट होने के बाद संक्रमित होने की बात पता चली
साने ने पुलिस को बताया कि उसे 2008 में एचआईवी संक्रमित होने का पता चला था और तब से वह इलाज करा रहा है। उसने बताया कि उसका एक्सीडेंट हो गया था, जिसका लंबा इलाज चला। साने ने पुलिस को बताया कि उपचार के दौरान उसे एचआईवी होने का पता चला।
बेटी जैसी थी सरस्वती: हत्यारोपी का दावा
मनोज ने पुलिस को बताया कि सरस्वती 'बेटी' की तरह थी और उसे लेकर बहुत पजेसिव थी। पुलिस को मनोज के फ्लैट की दीवार पर ब्लैक बोर्ड मिला। मनोज साने ने कहा कि वह सरस्वती गणित पढ़ाता था। सरस्वती कक्षा 10 की पढ़ाई करना चाह रही थी।
सरस्वती की तीन बहनें पहुंची थाने
पुलिस ने गुरुवार को कहा कि पीड़िता सरस्वती वैद्य अनाथ थी और उसका कोई रिश्तेदार नहीं था। हालांकि शुक्रवार को सरस्वती की तीनों बहनें बयान दर्ज कराने नया नगर थाने पहुंचीं।
जबकि मनोज साने और सरस्वती वैद्य अपने पड़ोसियों के लिए एक लिव-इन जोड़े के रूप में जाने जाते थे। जिस अनाथालय में सरस्वती पली-बढ़ी वहां की एक कार्यकर्ता ने कहा कि उसने उन्हें बताया था कि वह अपने चाचा के साथ रह रही है।
सरस्वती वैद्य हत्याकांड की अब तक की पूरी कहानी
1. बुधवार शाम को वैद्य और साने के फ्लैट से दुर्गंध आने की सूचना पुलिस को दी गई।
2. जैसे ही पुलिस मीरा नगर के फ्लैट पर पहुंची, उन्होंने मनोज साने को किचन में अपनी लिव-इन पार्टनर सरस्वती वैद्य के पैर उबालते हुए पाया।
3. प्लास्टिक की थैलियों में लिपटे फ्लैट में सरस्वती के शरीर के अंगों के अवशेष पाए गए। मनोज साने ने कथित तौर पर सरस्वती के शरीर को एक पेड़ कटर से टुकड़ों में काट दिया और फिर उन्हें उबाल दिया।
4. आरोपी मनोज साने को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने इससे छुटकारा पाने के लिए शरीर को काटने की बात स्वीकार की, लेकिन उन्होंने दावा किया कि सरस्वती ने जहर खा लिया था। मनोज साने ने कहा कि उसने 4 जून को जहर खा लिया था। जब साने ने उसका शव देखा, तो वह डर गई और शरीर से छुटकारा पाना चाहती थी।
5. साने और वैद्य एक-दूसरे को 2014 से जानते थे। वे एक राशन की दुकान पर मिले थे जहां साने काम करता था।
6. साने ने पुलिस को बताया कि वैद्य उसकी बेटी की तरह है और उसने कभी भी उसके साथ शारीरिक संबंध नहीं बनाए क्योंकि वह एचआईवी+ है।
7. वैद्य एक अनाथालय में पली-बढ़ी जहां उसने बताया कि वह अपने चाचा के साथ रह रही थी।
8. मनोज साने ने पुलिस को बताया कि उसके पास औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान का प्रमाणपत्र था, लेकिन उसे कोई अच्छी नौकरी नहीं मिली और वह राशन की दुकान में काम करता रहा। वैद्य ने अपने अनाथालय को बताया कि उसके चाचा साने बहुत अमीर थे और एक कपड़ा मिल के मालिक थे।
9. चूंकि सरस्वती वैद्य एक अनाथालय में पली-बढ़ी, इसलिए पहले पुलिस ने किसी रिश्तेदार के वहां होने की संभावना से इनकार किया था। हालांकि शुक्रवार को सरस्वती वैद्य की तीन बहनें बयान दर्ज कराने थाने पहुंचीं।
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