Mission Karnataka (नई दिल्ली से गौरव गौरव): कर्नाटक विधानसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान होने मे अब चंद दिन बाकी हैं। ऐसे में बीजेपी के तमाम बड़े नेता कर्नाटक में ताबड़तोड़ कार्यक्रम कर रहे हैं। साथ ही पार्टी की अंदरूनी चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी ताकत लगा रहे हैं।
मार्च के अंतिम हफ्ते में घोषित होंगी चुनाव की तारीखें
कर्नाटक में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान मार्च के आखिरी हफ्ते में होना तय है। घोषणा से ठीक पहले के आखिरी 10-12 दिनों में बीजेपी ने अपने सभी टॉप और स्टार नेताओं को मैदान में उतारने का फैसला किया है। पार्टी ने आज यानी 17 मार्च से लेकर 25 मार्च के बीच के कार्यक्रम से राजनीति के कैलेंडर को पूरी तरह पैक कर दिया है।
---विज्ञापन---
25 मार्च को पीएम मोदी जाएंगे कर्नाटक
इस क्रम में 25 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कर्नाटक दौरा महत्वपूर्ण है। पीएम मोदी कर्नाटक के दावनगिरि में बीजेपी के विजय संकल्प यात्रा रैली के समापन पर एक बड़े जनसभा को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी का ये चुनाव पूर्व आखिरी रैली होगी।
उससे पहले 22 मार्च को भी पीएम मोदी कर्नाटक में एक सरकारी योजना की शुरुआत के लिए जायेंगे। पीएम की 25 मार्च को रैली से पहले गृहमंत्री अमित शाह कर्नाटक के दो दिनों के दौरे पर जा रहे हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक गृहमंत्री अमित शाह 23 और 24 मार्च को कर्नाटक में चुनावी सभाओं, रैलियों और पार्टी नेताओं की बैठक कर चुनाव जीत का मंत्र देंगे।
---विज्ञापन---
गृहमंत्री शाह के बाद नड्डा का तीन दिवसीय दौरा
गृहमंत्री अमित शाह के दौरे से ठीक पहले बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा 3 दिनों के कर्नाटक दौरे पर जा रहे हैं। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा 17, 18 और 19 मार्च को कर्नाटक के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान जेपी नड्डा का रोड शो, बेल्लारी में चुनावी रैली और संगठन की बैठक प्रस्तावित है। 18 मार्च को जेपी नड्डा ने पार्टी कैंपेन कमिटी और पार्टी चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक बुलाई है। जेपी नड्डा ने बैठक से पहले कर्नाटक चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान कर्नाटक दौरे पर जा रहे हैं।
अंर्तकलह खत्म करने में जुटे दिग्गज
एक तरफ जहां चुनाव घोषणा से पूर्व तैयारियों में बीजेपी ने जान फूंक रखी है। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी ने अंतर्कलह खत्म करने का काम तेजी से कर रही है। पार्टी से नाराज नेता वी सोमन्ना को दिल्ली बुलाकर केंद्रीय नेताओं ने मना लिया है।सोमन्ना के साथ चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, कर्नाटक प्रभारी अरुण सिंह और केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने घंटों बैठक कर उनको संतुष्ट किया और उनके मांगों पर गंभीरता से विचार करने का आश्वासन दिया।
कांग्रेस-भाजपा में भगदड़ मचने का दावा
इससे पहले करीब 25 दिन पहले रमेश जरकिहोली को भी बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व ने समझा बुझाकर संतुष्ट कर लिया था। बीजेपी सूत्रों का कहना है कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के तारीखों के एलान से पहले कुछ बीजेपी नेता पार्टी छोड़ कर कांग्रेस जा सकते हैं। कांग्रेस के कई महत्वपूर्ण नेता बीजेपी के भी संपर्क हैं और उनकी ज्वाइनिंग जल्द कराई जाएगी।
बीजेपी यह भी दावा कर रही है कि प्रधानमंत्री मोदी की सभा में भारी भीड़ कर्नाटक में जुट रही है और यह दिखाता है कि कर्नाटक की जनता डबल इंजन की सरकार चाहती है।
तो चुनाव से पहले खत्म हो जाएंगे मतभेद?
बीजेपी किसी भी तरह की आंतरिक कलह पार्टी में नहीं चाहती है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि हाल में पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा का अपने पारंपरिक सीट शिकारपुरा से अपने बेटे को चुनाव लड़ाने की बात कहना और उसपर बीजेपी राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि की कड़ी प्रतिक्रिया आना और उसके बाद सीटी रवि के बयान का जवाब बीएस येदियुरप्पा के छोटे बेटे बी वाई विजयेंद्र द्वारा देने की घटना से पार्टी के आला नेता नाराज हैं।
इस मुद्दे पर राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सीटी रवि और येदियुरप्पा से बात करेंगे। बीजेपी आला नेतृत्व किसी भी तरह का अंदरूनी कलह नहीं चाहती। लिहाजा चुनाव की तारीखों के एलान से पहले ही सारे विवादित विषयों को खत्म करने की कवायद तेज कर दी गई है।
ओल्ड मैसूर में परफार्मेंस सुधारने में लगी भाजपा
कर्नाटक चुनाव में बीजेपी के सामने सबसे बड़ी चुनौती ओल्ड मैसूर रीजन में पार्टी के परफॉर्मेंस को सुधारना है। पार्टी को भरोसा है की बीजेपी इस बार ओल्ड मैसूर रीजन में भी बेहतर परफॉर्म करेगी। चुनाव की दृष्टि से बीजेपी कर्नाटक को 6 रीजन में बांट कर काम कर रही है।
यह भी पढ़ें: Sabse Bada Sawal, 16 March 2023: राहुल गांधी ने किया देश का अपमान?