नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले में गुरुवार की रात बिहार के एक मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मारे गए मजदूर मोहम्मद अमरेज के भाई ने बताया कि आधी रात को जब वह घर से बाहर निकला तो अमरेज को खून से पथपथ पाया। इसके बाद अमरेज को हाजिन लाया गया जहां से उसकी गंभीर हालत देख डॉक्टरों ने रेफर कर दिया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने कहा कि घटना सोदनारा सुंबल में जब आतंकवादियों ने बिहार के मधेपुरा के रहने वाले अमरेज पर गोलियां चलाईं, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई।
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फायरिंग की आवाज सुनकर उठ गया था अमरेज
घटना के बारे में बात करते हुए मृतक अमरेज के भाई ने कहा, ”रात करीब 12.20 बजे मेरे भाई ने मुझे जगाया और कहा कि फायरिंग शुरू हो गई है। इसके बाद मैंने उससे कहा कि तुम सो जाओ, यहां फायरिंग आम बात है। अमरेज के भाई ने कहा कि थोड़ी देर बाद मेरी नींद खुली। मैंने देखा कि अमरेज वहां नहीं था। मुझे लगा कि वह टॉयलेट गया होगा लेकिन काफी देर तक जब अमरेज नहीं लौटा तो मैं बाहर निकला। बिहार मैंने अमरेज को खून से लथपथ देखा।
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अमरेज के भाई ने बताया कि घटना की सूचना मैंने तुरंत सुरक्षा कर्मियों से संपर्क किया। इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने अमरेज को अस्पताल पहुंचाया लेकिन उसकी रास्ते में ही मौत हो गई। कश्मीर जोन पुलिस ने आज सुबह सुबह गोलीबारी की सूचना दी, जिसमें मजदूर की मौत हो गई। बता दें कि अमरेज बिहार के मधेपुरा जिला का रहने वाला था।
कश्मीर जोन पुलिस ने ट्वीट ककर दी जानकारी
कश्मीर जोन पुलिस ने इस संबंध में ट्वीट किया, “मध्यरात्रि के दौरान, आतंकवादियों ने मजदूर मोहम्मद अमरेज़ पुत्र मोहम्मद जलील निवासी मधेपुरा बेसरह बिहार के बाहर एक को गोली मारकर घायल कर दिया। उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया।”
इससे एक दिन पहले गुरुवार को राजौरी में आत्मघाती बम हमले की कोशिश करने वाले दो आतंकवादियों को मार गिराने के दौरान सेना के चार जवान शहीद हो गए थे। सूबेदार राजेंद्र प्रसाद, राइफलमैन मनोज कुमार, राइफलमैन लक्ष्मणन डी और एक अन्य जवान ने गुरुवार सुबह ऑपरेशन के दौरान देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। हालांकि, सेना के जवान अपने बेसकैंप पर आत्मघाती बम हमले को नाकाम करने में कामयाब रहे और दोनों आतंकवादियों को मार गिराया।