Manipur Violence: मणिपुर में हिंसा रोकने के लिए बुलाए गए भारतीय सेना और असम राइफल्स ने अब तक लगभग 23,000 नागरिकों का रेस्क्यू किया है। रेस्क्यू किए गए लोगों को ऑपरेटिंग बेस में ले जाया गया है। भारतीय सेना के रविवार को बयान जारी कर इसकी जानकारी दी।
बयान के अनुसार, बचाव अभियान शुरू होने के बाद से हिंसा की कोई बड़ी घटना नहीं हुई है, जिसके कारण रविवार को सुबह करीब तीन घंटे के लिए कर्फ्यू में ढील दी गई। बता दें कि सेना और असम राइफल्स के जवान नागरिकों को बचाने, हिंसा पर अंकुश लगाने और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए पिछले 96 घंटों से अथक रूप से काम कर रहे हैं।
बता दें कि 3 मई को अनुसूचित जनजाति (एसटी) कैटेगरी में बहुसंख्यक मेइती समुदाय को शामिल करने के विरोध में पूर्वोत्तर राज्य के कुछ जिलों में झड़पों के तत्काल बाद हिंसा भड़क उठी थी। इसके बाद हिंसा के बाद जिला प्रशासन ने हिंसा प्रभावित चुराचांदपुर में पूर्ण कर्फ्यू लगा दिया था।
मणिपुर सरकार ने सेना और असम राइफल्स की मांग की थी
मणिपुर सरकार ने तीन और चार मई को सेना और असम राइफल्स की मांग की थी। राज्य के पुलिस महानिदेशक पी डोंगल ने कहा है कि सुरक्षा बलों के हस्तक्षेप के बाद राज्य में स्थिति में सुधार हुआ है।
उन्होंने कहा कि मणिपुर में आरएएफ, बीएसएफ और सीआरपीएफ सहित बलों को तैनात किया गया है और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के प्रमुख कुलदीप सिंह को सुरक्षा सलाहकार नियुक्त किया गया है। राज्य के डीजीपी ने कहा कि राज्य सरकार ने मणिपुर में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (खुफिया) आशुतोष सिन्हा को समग्र परिचालन कमांडर नियुक्त किया है।