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Lok Sabha Election 2024: भाजपा ने फाइनल किए कैंडिडेट्स! टिकट देने के होंगे 3 पैमाने, जानें क्या है रणनीति?

BJP Lok Sabha Elections Strategy: भाजपा ने लोकसभा चुनाव 2024 के उम्मीदवार फाइनल कर लिए हैं। पहली सूची जारी करने और भाजपा की चुनावी रणनीति को लेकर अपडेट सामने आया है।

Maharashtra Assembly Election 2024
BJP Candidates List For Lok Sabha Elections: देश में लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियां जोरो-शोरों से चल रही हैं। भाजपा भी लगातार तीसरी बार हैट्रिक लगाने की उम्मीद से कमर कसे हुए है। राजनीतिक सूत्रों के मुताबिक, भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की सूची फाइनल कर ली है। पहली सूची इसी महीने के आखिरी तक जारी हो सकती है। 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा है। इसके बाद 31 जनवरी तक कभी भी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हो सकती है, जिसमें सूची जारी हो सकती है। पहली सूची में जेपी नड्डा और PM मोदी समेत 164 कैंडिडेट्स के नाम हो सकते हैं।  

PM मोदी वाराणसी से ही लड़ सकते चुनाव

सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी इस बार भी वाराणसी से ही चुनाव लड़ेंगे। यह रणनीति इसलिए, ताकि उत्तर प्रदेश और बिहार को एक साथ साध सकें। दोनों राज्यों की 120 सीटें हैं और लोकसभा की 545 सीटों में से एक चौथाई सीटें इन दोनों राज्यों की है। इस बार भाजपा पंजाब, बिहार, राजस्थान, महाराष्ट्र और तमिलनाड़ु में भी सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी है।

70 से अधिक उम्र के नेताओं को नहीं मिलेगी जगह

सूत्रों के अनुसार, भाजपा इस बार 70 वर्ष से अधिक उम्र के उम्मीदवारों का टिकट काट सकती है। PM मोदी भी पहले ही संकेत दे चुके हैं कि इस बार पार्टी का फोकस युवाओं और महिलाओं पर होगा। वर्तमान में भाजपा के कुल 56 लोकसभा सांसद 70 या 70 वर्ष से अधिक उम्र के हैं, जिनमें राजनाथ सिंह, वीके सिंह जैसे केंद्रीय मंत्री भी शामिल हैं। राव इंद्रजीत सिंह, श्रीपद नाइक, अर्जुन राम मेघवाल, गिरिराज सिंह और वरिष्ठ नेता राजेंद्र अग्रवाल, रविशंकर प्रसाद, एसएस अहलूवालिया का टिकट भी कट सकता है। 3 बार से ज्यादा सांसद रह चुके नेताओं की टिकट भी कट सकती है, लेकिन कुछ सांसदों को नियमों में छूट दी जा सकती है।  

हारी या कम मार्जिन वाली सीटें

भाजपा का फोकस इस बार उन सीटों पर रहेगा, जिन पर भाजपा पिछले चुनाव में हार गई थी और जिन पर हार का मार्जिन कम रहा। 31 सीटों पर भाजपा कमजोर है। 164 सीटों की जिम्मेदारी केंद्रीय मंत्रियों और दिग्गजों को सौंपी गई है।

इन राज्यों में भाजपा कमजोर

भाजपा अपनी स्थिति को पंजाब की 13 में से 3, महाराष्ट्र की 48 में से 25, बिहार की 40 में से 17, तमिलनाडु में 5, उत्तर प्रदेश में 14 सीटों पर खुद को कमजोर मानती है। इसलिए भाजपा इस बार इन सीटों पर ज्यादा फोकस करेगी। पंजाब, महाराष्ट्र और बिहार में कुछ सीटें इधर-उधर हो सकती हैं।  

UP में 16 सीटों पर फोकस ज्यादा

उत्तर प्रदेश में भाजपा का फोकस इस बार 16 सीटों रायबरेली, मैनपुरी, बिजनौर, सहारनपुर, संभल, मुरादाबाद, गाजीपुर, जौनपुर, रामपुर, आजमगढ़, नगीना, अमरोहा, अंबेडकरनगर, श्रावस्ती, घोसी, लालगंज सीट पर रहेगा। इनमें से 2 सीटों पर उपचुनाव भाजपा जीत चुकी है। इन सीटों पर 2019 में भाजपा चुनाव हार गई थी।

50 फीसदी से ज्यादा वोटिंग का टारगेट

भाजपा का फोकस इस बार 50 प्रतिशत से ज्यादा वोटिंग का है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका टारगेट पार्टी नेताओं को दे चुके हैं।


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