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अयोध्या मंदिर पर बयान देने वाले काश पटेल कौन? जो बने FBI डायरेक्टर, ट्रंप के करीबी; PM Modi से भी खास कनेक्श

Kash Patel FBI Director India PM Modi Connection: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने काश पटेल को FBI का डायरेक्टर नियुक्त किया है। तो आइए जानते हैं काश पटेल से जुड़े कुछ दिलचस्प तथ्यों के बारे में...

Kash Patel FBI Director India PM Modi Connection: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक और भारतवंशी पर भरोसा जताते हुए उन्हें एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। जी हां, हम बात कर रहे हैं काश पटेल की। ट्रंप के सबसे भरोसेमंद लोगों में शुमार काश पटेल को संघीय जांच ब्यूरो (FBI) का प्रमुख बनाया गया है। अमेरिकी सीनेट ने भी FBI डायरेक्टर के रूप में काश पटेल के नाम पर मुहर लगा दी है। तो आइए जानते हैं काश पटेल के बारे में विस्तार से...

काश पटेल का गुजरात कनेक्शन

काश पटेल का जन्म बेशक न्यूयॉर्क में हुआ है, लेकिन उनका परिवार गुजराती है। वो गुजरात के वडोदरा यानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शहर से ताल्लुक रखते हैं। कई दशकों पहले उनका परिवार गुजरात से पूर्वी अफ्रीका पहुंचा और 1980 में न्यूयॉर्क जाकर बस गया। हालांकि काश पटेल आज भी खुद के भारतवंशी होने पर गर्व करते हैं। यह भी पढ़ें- FBI चीफ बने भारतवंशी काश पटेल, अमेरिकी सीनेट से मिली मंजूरी

ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रह चुके हैं काश

काश पटेल की शुरुआती पढ़ाई न्यूयॉर्क में ही हुई। जिसके बाद उन्होंने लॉ यानी कानून की डिग्री हासिल की। उन्होंने पब्लिक डिफेंडर के रूप में अपने करियर की शुरुआत की और न्याय विभाग समेत राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों में भी अहम योगदान दिया। 2017 में उन्हें हाउस इंटेलिजेंस कमेटी का विशेष काउंसलर बनाया गया। ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल में भी काश पटेल को कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी थीं। 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में काश पटेल को ट्रंप ने अपना राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनाया था।

राम मंदिर पर दिया था बयान

काश पटेल आज भी भारत से जुड़े हैं और खुद को हिन्दू बताते हैं। इसी कड़ी में अयोध्या के राम मंदिर पर दिए गए उनके बयान ने काफी सुर्खियां बटोरी थीं। काश पटेल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए कहा था कि विदेशी मीडिया अयोध्या के 50 सालों के इतिहास पर बात कर रही है, लेकिन राम मंदिर के 500 साल से ज्यादा पुराने इतिहास को भुला दिया गया है। काश पटेल हमेशा से राम मंदिर के समर्थक रहे हैं। यह भी पढ़ें- US Deportation: पनामा होटल में फंसे 300 लोगों की डिमांड क्या? ये किन देशों में रहने वाले


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