Karnataka New CM: कर्नाटक के मुख्यमंत्री के लिए तीन पर्यवेक्षक नियुक्त, पार्टी आलाकमान को रिपोर्ट सौंपेंगे
Congress CLP Meeting: कर्नाटक में कांग्रेस की प्रचंड जीत के बाद पार्टी ने रविवार को राज्य के अगले CM की नियुक्ति के लिए तीन पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं। कांग्रेस ने सरकार गठन और राज्य के अगले मुख्यमंत्री पर चर्चा के लिए बेंगलुरु में नवनिर्वाचित पार्टी विधायकों की आज बैठक बुलाई है।
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम सुशील कुमार शिंदे, पूर्व महासचिव दीपक बावरिया और वर्तमान महासचिव भंवर जितेंद्र सिंह को एआईसीसी की ओर से कर्नाटक में पर्यवेक्षक बनाया गया है। पर्यवेक्षक आज कांग्रेस विधायक दल की बैठक में मौजूद रहेंगे और पार्टी आलाकमान को रिपोर्ट सौंपेंगे। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी की प्रमुख बैठक से पहले राहुल गांधी और सोनिया गांधी को फोन किया।
अगले 2-3 दिनों में होगी मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा
कांग्रेस नेता सैयद नसीर हुसैन ने कर्नाटक के अगले सीएम के बारे में पूछे जाने पर कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणा 2-3 दिनों के भीतर की जाएगी और हम जल्द से जल्द कैबिनेट के गठन की तैयारी कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, आज कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक में एक प्रस्ताव पारित होने की संभावना है और सभी विधायक सीएम की पसंद आलाकमान पर छोड़ देंगे। सीएलपी की बैठक आज शाम 5:30 बजे शुरू होने वाली है और नवनिर्वाचितों को पहले ही बेंगलुरु आने का निर्देश दिया जा चुका है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, नवनिर्वाचित विधायकों की राय ली जाएगी और परिणाम के आधार पर जरूरत पड़ने पर उन्हें अपना नेता चुनने के लिए मतदान करने के लिए कहा जा सकता है। वहीं, कर्नाटक कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रामलिंगा रेड्डी ने बताया कि हर पार्टी में महत्वाकांक्षाएं होती हैं। डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया ही नहीं एमबी पाटिल और जी परमेश्वर भी मुख्यमंत्री बनने में रुचि रखते हैं। कोई एक ही मुख्यमंत्री बनेगा और इसका फैसला पार्टी आलाकमान और विधायक करेंगे।
कौन हैं सीएम पद के प्रबल दावेदार?
सीएम पद के लिए पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डी के शिवकुमार के बीच कड़ी टक्कर है। सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के अलावा, पूर्व उपमुख्यमंत्री और केपीसीसी के पूर्व अध्यक्ष जी परमेश्वर, अनुभवी नेता और सात बार के सांसद के एच मुनियप्पा (दोनों दलित) और एमबी पाटिल के नाम की भी चर्चा है।
इससे पहले दिन में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और आठ बार के विधायक सिद्धारमैया ने मुलाकात की। प्रियांक खड़गे ने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे और सिद्धारमैया की मुलाकात एक शिष्टाचार मुलाकात थी, राजनीतिक नहीं। उन्होंने कहा कि सीएम उम्मीदवार पर अंतिम फैसला कांग्रेस विधायक दल की बैठक में लिया जाएगा।
बता दें कि सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार दोनों ने चुनाव प्रचार चरण के दौरान एक संयुक्त मोर्चा बनाया और यह सुनिश्चित किया कि मल्लिकार्जुन खड़गे की सलाह के तहत कोई दरार खुलकर सामने न आए।
सिद्धारमैया बनाम डीकेएस
अगर सिद्धारमैया सीएलपी नेता के रूप में चुने जाते हैं, तो मुख्यमंत्री के रूप में यह उनका दूसरा कार्यकाल होगा। शिवकुमार ने सिद्धारमैया के मंत्रिमंडल में मंत्री के रूप में कार्य किया था, जबकि कांग्रेस पार्टी के लिए संकटमोचक माने जाने वाले 60 वर्षीय शिवकुमार की कर्नाटक में अपील है।
वास्तव में इस चुनाव में, कांग्रेस ने वोक्कालिगा बहुल पुराने मैसूर क्षेत्र (दक्षिण कर्नाटक) में अपने चुनावी प्रदर्शन में काफी सुधार किया है और इसका श्रेय काफी हद तक शिवकुमार को जाता है।
सिद्धारमैया सक्षम प्रशासनिक कौशल के लिए जाने जाते हैं और उनके पास मुख्यमंत्री के रूप में एक सफल कार्यकाल चलाने का अनुभव है। उन्हें राज्य के लिए 13 बजट पेश करने का गौरव भी प्राप्त है।
एक जननेता होने के नाते, अहिन्दा (अल्पसंख्यकों, पिछड़े वर्गों और दलितों के लिए कन्नड़ संक्षिप्त नाम) के बीच उनका काफी दबदबा है। पिछले साल दावणगेरे में आयोजित सिद्धारमैया के 75वें जन्मदिन के जश्न को बड़े पैमाने पर उनके और उनके वफादारों द्वारा उन्हें भविष्य के मुख्यमंत्री के रूप में पेश करने के प्रयास के रूप में देखा गया था।
224 में से 135 सीटों पर कांग्रेस ने दर्ज की है जीत
10 मई को हुए 224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस शनिवार को 135 सीटें जीतकर विजयी हुई। चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक, बीजेपी को 66 और जेडी(एस) को 19 सीटें मिली हैं।
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