TrendingAyodhya Ram MandirDharmendra & Hema MaliniBigg Boss 19Gold Price

---विज्ञापन---

karnataka Assembly Election: CM बोम्मई को मिली बड़ी जिम्मेदारी, केंद्रीय मंत्री को बनाया गया चुनाव प्रबंधन प्रभारी

karnataka Assembly Election: मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को कर्टनाक में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। बोम्मई को भारतीय जनता पार्टी अभियान समिति की अध्यक्ष बनाया गया है। वहीं, पार्टी की केंद्रीय इकाई ने केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे और भगवंत कुभा को चुनाव प्रबंधन समिति का संयोजक और सह-संयोजक बनाया है। […]

Basavaraj Bommai
karnataka Assembly Election: मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को कर्टनाक में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। बोम्मई को भारतीय जनता पार्टी अभियान समिति की अध्यक्ष बनाया गया है। वहीं, पार्टी की केंद्रीय इकाई ने केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे और भगवंत कुभा को चुनाव प्रबंधन समिति का संयोजक और सह-संयोजक बनाया है। पार्टी की ओर से शुक्रवार को इसकी जानकारी दी गई। बोम्मई के अलावा अभियान समिति में अनुभवी नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, ए नारायणस्वामी, पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष नलिन कटील, पूर्व केंद्रीय मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा, राज्य के पूर्व मंत्री ईश्वरप्पा और पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार को शामिल किया गया है। और पढ़िए – ‘अफसोस की बात’: पीएम मोदी ने ऑस्ट्रेलियाई पीएम के सामने उठाया मंदिर में तोड़फोड़ का मामला

राज्य के इन मंत्रियों को भी पैनल में दी जगह

राज्य के मंत्री आर अशोक और अश्वथनारायण श्रीरामुलु भी पैनल में हैं। पूर्व सीएम येदियुरप्पा के बेटे बीवाई विजयेंद्र जो प्रदेश उपाध्यक्ष हैं, वह भी इस समिति का हिस्सा हैं। आगामी चुनावों को देखते हुए विजयेंद्र को पहले ही सभी मोर्चा का संयोजक बनाया जा चुका है। बेंगलुरु सेंट्रल के सांसद पीसी मोहन को भी कैंपेन कमेटी का हिस्सा बनाया गया है। इस लिस्ट में एक और नाम राज्य के पूर्व मंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि का है। शोभा करंदलाजे के नेतृत्व वाले चुनाव प्रबंधन पैनल में अश्वथनारायण, सिद्धराजू और रवि कुमार जैसे राज्य के नेता होंगे, जो सभी राज्य महासचिव हैं। सूची में एक प्रमुख नाम दिवंगत केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार की पत्नी तेजस्वी अनंत कुमार का है।

पूर्व सीएम येदियुरप्पा के अनुभव का इस्तेमाल करेगी भाजपा

सत्तारूढ़ दल येदियुरप्पा के अनुभव पर आगामी चुनावों में अपनी उम्मीदें लगा रहा है, जिनका राजनीतिक जीवन उतार-चढ़ाव और विवादों से भरा रहा है। येदियुरप्पा को 2008 में कर्नाटक में पहली बार भाजपा को सत्ता में लाने में एक प्रमुख भूमिका निभाने के लिए माना जाता है। और पढ़िए – Delhi Liquor Case: मनीष सिसोदिया को लेकर राउज एवेन्यू कोर्ट पहुंची ED, जमानत पर सुनवाई थोड़ी देर में भ्रष्टाचार के एक मामले में कथित तौर पर शामिल होने के बाद उन्होंने 2011 में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और 2016 में उन्हें बरी कर दिया गया। अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी बनाने के बाद, उन्होंने कुछ समय के बाद इसे भाजपा में विलय कर दिया और शिमोगा से 2014 के लोकसभा चुनाव लड़े और उन्हें जीत भी मिली। येदियुरप्पा ने बाद में 2018 कर्नाटक विधानसभा चुनाव जीतने के लिए चुनाव लड़ा जब उन्होंने दो दिनों के लिए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली और फिर इस्तीफा दे दिया क्योंकि पार्टी बहुमत साबित करने में असमर्थ थी। इसके बाद राज्य में कांग्रेस की सरकार बनी लेकिन एक साल बाद ही येदियुरप्पा एक तख्तापलट करने में सफल हुए। विपक्षी कांग्रेस से भाजपा में शामिल होने के लिए 18 विधायक दलबदलू हो गए और फिर येदियुरप्पा ने जनता दल-सेक्युलर (जेडी-एस) के साथ गठबंधन कर मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। जुलाई 2021 में राज्य में एक और बड़ा राजनीतिक उलटफेर हुआ। पार्टी के शीर्ष अधिकारियों के निर्देशों के तहत अनुभवी नेता ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया और बसवराज बोम्मई को मुख्यमंत्री बनाया गया। और पढ़िए – देश से जुड़ी अन्य बड़ी ख़बरें यहाँ पढ़ें


Topics: