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Harivansh Narayan Singh: ‘पद के लिए जमीर बेच दिया…’, JDU ने राज्यसभा के उपसभापति पर कसा तंज, जानें क्यों?

Harivansh Narayan Singh: विपक्ष के बहिष्कार के बीच नई संसद के उद्घाटन समारोह में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण के जाने पर विवाद शुरू हो गया है। सोमवार को जेडीयू ने हरिवंश पर पार्टी लाइन का उलंघन करने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई करने का इशारा किया है। जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने […]

Harivansh Narayan Singh in New Parliament inaguration
Harivansh Narayan Singh: विपक्ष के बहिष्कार के बीच नई संसद के उद्घाटन समारोह में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण के जाने पर विवाद शुरू हो गया है। सोमवार को जेडीयू ने हरिवंश पर पार्टी लाइन का उलंघन करने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई करने का इशारा किया है। जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने जब नई संसद के उद्घाटन के दौरान लोकतंत्र को कलंकित किया जा रहा था, हरिवंश सिंह वहां गए और कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। जबकि वहां न तो आपके अध्यक्ष मौजूद थे, न ही उपराष्ट्रपति मौजूद थे। पत्रकारिता में आपके योगदान के लिए पार्टी ने आपको राज्यसभा भेजा था। लेकिन आपने अपने उच्च पद के लिए बौद्धिक अखंडता का व्यापार किया। नीरज ने सवाल पूछते हुए कहा कि क्या आपने कुर्सी के लिए अपना जमीर बेच दिया है? आने वाली पीढ़ी आपको कभी माफ नहीं करेगी।

20 दलों ने किया था उद्घाटन समारोह का बहिष्कार

भाजपा के विरोधी 20 से अधिक दलों ने रविवार के समारोह का बहिष्कार किया था। विपक्षी दलों ने कहा था कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नए भवन का उद्घाटन करना चाहिए था न कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को। जेडीयू के प्रवक्ता ने कहा कि यह शीर्ष नेतृत्व को तय करना है कि पार्टी के बहिष्कार का फैसला करने के बावजूद आपकी भागीदारी को ध्यान में रखते हुए क्या कार्रवाई की जाए। यह भी पढ़ें: New Parliament Building: नई संसद में बैठकर MP वरुण गांधी ने मां मेनका के साथ ली सेल्फी, शेयर करते हुए लिखी ये बात

2014 में जेडीयू ने भेजा था राज्यसभा

बता दें कि हरिवंश नारायण सिंह पत्रकार रहे हैं। उन्होंने झारखंड और बिहार के प्रमुख हिंदी समाचार पत्रों में से एक प्रभात खबर के संपादक के रूप में कार्य किया है। 66 वर्षीय सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के मीडिया सलाहकार के रूप में कार्य किया था। जेडीयू ने उन्हें पहली बार 2014 में राज्यसभा भेजा था। 8 अगस्त 2018 को वे एनडीए के उम्मीदवार के तौर पर राज्यसभा के उप सभापति बने थे। दूसरी बार 14 सितंबर 2020 को वे दोबारा उपसभापति निर्वाचित हुए। हरिवंश राज्यसभा के 1952 के बाद तीसरे ऐसे गैर कांग्रेसी थे, जो उपसभापति बने थे। और पढ़िए – देश से जुड़ी अन्य बड़ी ख़बरें यहाँ पढ़ें


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