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Jammu Kashmir: डोडा के बाद रामबन में भूस्खलन से लोगों में दहशत; दर्जनों घर क्षतिग्रस्त, 13 परिवार बेघर

Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर के डोडा के बाद रामबन जिले के रिमोट एरिया में एक दर्जन से अधिक घरों में भूस्खलन की खबर है। भूस्खलन के बाद यहां के लोगों में दहशत का माहौल है। कहा जा रहा है कि लैंडस्लाइड से करीब 13 परिवार बेघर हो गए हैं। अधिकारियों ने कहा कि प्रभावित परिवारों को […]

Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर के डोडा के बाद रामबन जिले के रिमोट एरिया में एक दर्जन से अधिक घरों में भूस्खलन की खबर है। भूस्खलन के बाद यहां के लोगों में दहशत का माहौल है। कहा जा रहा है कि लैंडस्लाइड से करीब 13 परिवार बेघर हो गए हैं। अधिकारियों ने कहा कि प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है और तत्काल राहत दी गई है, गांव के पास की मुख्य सड़क में दरारें आ गई हैं और वाहनों के आवागमन के लिए बंद कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक, भूस्खलन रामबन जिला मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर गूल उपमंडल के दुक्सर दल गांव में हुआ।

गंदरबल जिले के रेजिन, गगनगीर इलाके में भी लैंडस्लाइड

गंदरबल जिले के सोनमर्ग के रेजिन, गगनगीर क्षेत्र में कल भूस्खलन के कारण कुछ घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया। जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है। एसडीएम जावेद अहमद राठेर ने कहा कि भूस्खलन से रिहायशी इमारतें और दुकानें प्रभावित हुई हैं। लेकिन जान का नुकसान नहीं हुआ। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।

प्रभावितों को सुरक्षित स्थान पर किया स्थानांतरित

कहा जा रहा है कि प्रभावित परिवारों को स्थानांतरित कर दिया गया है और तत्काल राहत के रूप में टेंट, राशन, बर्तन और कंबल प्रदान किए गए हैं। उन्हें जल्द से जल्द मुआवजा भी दिया जाएगा। बता दें कि करीब 15 दिन पहले डोडा जिले की नई बस्ती गांव में 19 मकान लैंडस्लाइड से प्रभावित हुए थे। स्थानीय सरपंच, रकीब ने कहा, "लोग दहशत में हैं क्योंकि हमने इससे पहले कभी ऐसी स्थिति नहीं देखी गई थी। हम त्वरित प्रतिक्रिया के लिए जिला प्रशासन के आभारी हैं और हमें उम्मीद है कि सभी प्रभावित परिवारों का उचित पुनर्वास किया जाएगा।

क्या बोले सब डिविजिनल मजिस्ट्रेट?

सब डिविजिनल मजिस्ट्रेट गूल तनवीर-उल-मजीद वानी ने बताया कि डक्सर डल में भूस्खलन के कारण कुल पांच घर क्षतिग्रस्त हो गए और रहने लायक नहीं रहे। प्रभावित परिवारों को स्थानांतरित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि हम स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं और लोगों से संयम बरतने का अनुरोध कर रहे हैं। बता दें कि इससे पहले, भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) के विशेषज्ञों सहित कई अन्य टीमों ने भी कंक्रीट संरचनाओं में दरारों में वृद्धि के अंतर्निहित कारकों का पता लगाने के लिए प्रभावित गांव का निरीक्षण किया था।


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