दिल्ली से श्रीनगर जा रही इंडिगो की फ्लाइट 6E214 तेज हवाओं और तूफान में फंस गई थी। संकट की स्थिति में पायलट ने पाकिस्तान के कराची ATC से उनके एयरस्पेस में प्रवेश की अनुमति मांगी, लेकिन पाकिस्तानी अधिकारियों ने इस अनुरोध को अस्वीकार कर दिया।
हालांकि, पायलट ने सूझबूझ का परिचय देते हुए विमान को श्रीनगर एयरपोर्ट पर सुरक्षित रूप से लैंड करा दिया। इस दौरान विमान को कुछ तकनीकी नुकसान पहुंचा और यात्रियों की जान को भी खतरा पैदा हो गया था। राहत की बात यह रही कि सभी यात्री सुरक्षित हैं।
क्या बोले नागरिक उड्डयन मंत्री?
घटना के बाद अब मोदी सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए पायलट और चालक दल के साहसिक प्रयासों की सराहना की है। उन्होंने कहा कि दिल्ली-श्रीनगर फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग के संबंध में हम घटना की जांच कर रहे हैं। DGCA (नागर विमानन महानिदेशालय) इस मामले की विस्तृत जांच कर रहा है। मैं पायलटों और चालक दल के प्रयासों की सराहना करता हूं। हम शुक्रगुजार हैं कि कोई गंभीर हादसा नहीं हुआ और सभी यात्री सुरक्षित हैं।"
मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु ने कहा कि हम DGCA की जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं और यदि किसी स्तर पर कोई लापरवाही या तकनीकी गड़बड़ी पाई जाती है, तो आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।