India's Longest Transportation Tunnel Inaugration: देश की सबसे लंबी रेल सुरंग खुल गई है। ट्रेनों की आवाजाही के लिए शुरू हो गई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (USBRL) पर देश की सबसे लंबी परिवहन सुरंग का उद्घाटन किया। कश्मीर घाटी की पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन को हरी झंडी दिखाई।
आज से सुरंग से रेगुलर ट्रेनों की आवाजाही शुरू हो गई। प्रधानमंत्री मोदी ने वर्चुअली 2 इलेक्ट्रिक ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई थी। इनमें एक ट्रेन श्रीनगर से संगलदान तक और दूसरी संगलदान से श्रीनगर तक दौड़ेंगी। आइए इस सुरंग के फीचर्स, इसकी लंबाई और फायदों के बारे में जानते हैं...
सुरंग की खासियतें...
48.1 किलोमीटर लंबे बनिहाल-खारी-सुम्बर-संगलदान लंबे रेलवे रोड पर बनी।
12.77 किलोमीटर लंबी सुरंग का नाम T-50 है। रेल लिंक पर बनी 11 सुरंगों में सबसे चैलेंजिग है।
सुरंग ट्रेनों को बारामूला से बनिहाल होते हुए संगलदान तक बिना किसी रुकवाट के पहुंचाएगी।
निर्माण 1996 में शुरू हुआ था। टेंडर दिसंबर 2013 में दिया गया। 10 साल बनने में लगे।
सुरंग के अंदर 375 मीटर लंबी इमरजेंसी सुरंग बनाई गई है, जो आपात स्थिति में यात्रियों को बचाने के काम आएगी।
आग लगने की स्थिति में सुरंग के दोनों किनारों पर पानी के पाइप लगाए गए हैं। हर 375 मीटर पर वॉल्व लगे हैं।
बनिहाल-खारी-सुंबर-संगलदान USBRL रेल लिंक
बनिहाल-खारी-सुंबर-संगलदान रेल रोड कटरा से बनिहाल के बीच बनी 48 किलोमीटर लंबा रेल मार्ग है, जिसमें 30 मोड़ हैं।
15,863 करोड़ रुपये में बने रेल रोड पर 16 पुल हैं, जिनमें 11 बड़े पुल और 4 छोटे पुल है। एक रोड ओवर ब्रिज (ROB) भी है।
48 में से 43.37 किलोमीटर रोड पर 11 सुरंगें हैं, जिनमें T-50 सुरंग भी शामिल है। 30.1 किलोमीटर लंबी 3 बचाव सुरंगे हैं।