ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भारतीय सेना के एक मेजर ने ANI से बात की है। मेजर ने कहा कि देखिए में शुरुआत मैं यही बोलूंगा। गोलियां उन्होंने चलाई थी, लेकिन धमाका हमने किया है। ऑपरेशन सिंदूर कोई प्रतिक्रिया नहीं थी; यह एक सुनियोजित और मिशन था।
हमारा इरादा था स्पष्ट
उन्होंने आगे कहा कि हमारा इरादा बहुत स्पष्ट था। हमें दुश्मन के आतंकी ढांचे और घुसपैठ में मदद करने वाली चौकियों को नष्ट करना था। हम इसके लिए पूरी तरह से तैयार थे। मेंटली प्रैक्टली और लॉजिस्टिकली। इसके लिए सैनिकों अपने हथियारों की इतनी रिहर्सल कर ली थी हमारी नजर टारगेट को छोड़कर कहीं नहीं गया। हमारा हमला सही रहा और टारगेट पर ही गिरा।
यंग गनर का सुनाया किस्सा
मेजर ने आगे कहा कि आतंकी ठिकानों को टारगेट के लिए हमारे पास भारतीय एडवांस रडार सिस्टम और न्यू जनरेशन टारगेट वाले हथियार थे, लेकिन इसके अलावा सबसे महत्वपूर्ण बात हमारे सैनिकों का जज्बा था। मेजर ने कहा कि मुझे आज भी याद है कि फायरिंग के दौरान एक यंग गनर मुझे चिल्लाकर बोला, साहब आपने टारगेट दिया और हमने फायर किया, जरा चेक तो करो टारगेट का क्या हुआ। यह जवानों का जोश है।
हमारी तरफ से कोई हताहत नहीं
उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान की तरफ से बहुत सारे हमले किए गए, लेकिन मैं गर्व के साथ कह सकता हूं कि हमारी तरफ से कोई हताहत नहीं हुआ। जब उन्होंने हमारे नागरिक क्षेत्र को निशाना बनाना शुरू किया, तो हमने उनकी चौकियों को भी नष्ट कर दिया।
भविष्य में सौ बार सोचेगा पाकिस्तान
मेजर ने आगे कहा कि हमारे पास मौका था और हमने इसका पूरा फायदा उठाया। ये ऐसा जवाब है कि पाकिस्तान इस ऑपरेशन को हमेशा याद रखेंगे और भविष्य में कुछ भी करने से पहले सौ बार सोचेंगे।