21 जुलाई को संसद का मानसून सत्र शुरू होने जा रहा है। इस सत्र से पहले INDIA गठबंधन की तरफ से एक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में मानसून सत्र में उठाए जाने वाले मुद्दों को लेकर चर्चा हुई है। यह बैठक वर्चुअली आयोजित की गई थी, जिसमें 24 विपक्षी दलों ने भाग लिया। इस बैठक के जरिए विपक्ष ने सरकार को अपने मुद्दों को लेकर घेरने की रणनीति पर चर्चा की और एकता का संदेश भी दिया है।
INDIA की वर्चुअल बैठक
लोकसभा चुनाव के बाद से ही INDIA गठबंधन की बैठक नहीं हुई थी, ऐसे में कई दलों ने मांग की थी कि जल्द ही बैठक होनी चाहिए। अब वर्चुअल बैठक सम्पन्न हो गई है। जानकारी के मुताबिक, सभी दल अब आमने-सामने बैठकर बैठक के लिए राजी हो गए हैं और जल्द ही बैठक आयोजित की जा सकती है।
जानकारी के अनुसार, मानसून सत्र के दौरान विपक्ष अहमदाबाद प्लेन क्रैश, पहलगाम हमला, ऑपरेशन सिंदूर, राष्ट्रपति अमेरिका ट्रंप के 24 बयान, इलेक्शन कमीशन, फॉरेन पॉलिसी, चीन और गाज़ा, डीलिमिटेशन, शेड्यूल कास्ट, शेड्यूल ट्राइब वूमेन जैसे मुद्दों पर चर्चा की मांग करने वाला है और सरकार से जवाब मांगने की तैयारी में है।
किन मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी?
विपक्ष ने सहमति जताई है कि ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम जैसे मुद्दों पर चर्चा के दौरान पीएम मोदी संसद में मौजूद हों और जवाब दें। विपक्ष का कहना है कि पहलगाम और ऑपरेशन सिंदूर पर निश्चित रूप से भारत के प्रधानमंत्री की ही जवाबदेही हो सकती है, उन्हें ही जवाब देना चाहिए। जब यह मुद्दा सदन में उठे तो भारत के प्रधानमंत्री को उपस्थित रहना चाहिए और उन्हें जवाब देना चाहिए।
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बैठक के बाद जानकारी देते हुए कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने बताया कि भारत गठबंधन में 24 दल हैं और संसद का मानसून सत्र शुरू होने से पहले, हम सरकार की नाकामियों को उजागर करने और सदन में जनता के मुद्दों को उठाने की रणनीति बनाने के लिए एक ऑनलाइन बैठक की। लगभग सभी 24 दलों ने इसमें भाग लिया है। गठबंधन के लगभग सभी सदस्यों द्वारा तय किया गया मुख्य मुद्दा पहलगाम आतंकी हमला है। दूसरा मुद्दा ऑपरेशन सिंदूर और युद्धविराम का है। लगभग 24 बार, अमेरिकी राष्ट्रपति ने घोषणा की है कि उन्होंने ही भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम करवाया था। हमारे प्रधानमंत्री का सिर झुकाकर चुप रहना निश्चित रूप से एक मुद्दा होगा। एक और मुद्दा बिहार के SIR का है।