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IIM रोहतक सर्वे : देश के 100 करोड़ लोग सुन चुके पीएम मोदी के ‘मन की बात’, 23 करोड़ नियमित श्रोता; 30 अप्रैल को 100वां एपिसोड

PM Modi’s mann ki baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 अप्रैल को ‘मन की बात’ का 100वां एपिसोड करेंगे। इसमें वे मध्य प्रदेश के एक छात्र आशाराम चौधरी के संघर्षों और सफलता की प्रेरणादायक कहानी सुनाएंगे। इससे पहले अब तक प्रसारित हुए 99 एपिसोड को लेकर आईआईएम रोहतक की सर्वे (IIM Rohtak Survey) रिपोर्ट सामने आई है। […]

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 अप्रैल को 'मन की बात' का 100वां एपिसोड करेंगे।
PM Modi's mann ki baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 अप्रैल को 'मन की बात' का 100वां एपिसोड करेंगे। इसमें वे मध्य प्रदेश के एक छात्र आशाराम चौधरी के संघर्षों और सफलता की प्रेरणादायक कहानी सुनाएंगे। इससे पहले अब तक प्रसारित हुए 99 एपिसोड को लेकर आईआईएम रोहतक की सर्वे (IIM Rohtak Survey) रिपोर्ट सामने आई है। रिपोर्ट के अनुसार, देश की 95 फीसदी यानी 100 करोड़ से ज्यादा आबादी मन की बात कार्यक्रम के बारे में जानकारी रखती है। वहीं, 23 करोड़ नियमित श्रोता-दर्शक हैं। आईआईएम रोहतक (IIM Rohtak) ने 99 एपिसोड से लोगों पर पड़े प्रभावों को मापने की कोशिश की है। सर्वे से सामने आया कि अधिकांश श्रोता सरकारों के काम के प्रति जागरुक हो गए हैं। 73 फीसदी आशवादी हैं, जो महसूस करते हैं कि देश प्रगति कर रहा है। 85 फीसदी श्रोताओं ने कहा कि उनके जीवन में सुधार हुआ। 59 फीसदी लोगों सरकार के प्रति विश्वास बढ़ने की बात कही। यह भी पढ़ें: Kerala: कोच्चि में पीएम मोदी ने कुर्ता-मुंडु में किया पैदल रोड शो, बोले-पहले की सरकारों ने हर सेक्टर में घोटाले किए सर्वेक्षण के अनुसार 63% लोगों ने कहा है कि सरकार के प्रति उनका दृष्टिकोण सकारात्मक हो गया है और 60% ने राष्ट्र निर्माण के लिए काम करने में रुचि दिखाई है। सबसे ज्यादा टीवी पर देखते हैं लोग सर्वे में रेडियो, टीवी और मोबाइल तीनों तरह के दर्शकों को शामिल किया गया। जिसमें 44.7% लोग टीवी पर और 37.6% लोग मोबाइल पर मन की बात कार्यक्रम को देखते हैं। कार्यक्रम को सुनने की तुलना में देखना ज्यादा पसंद किया जा रहा है, क्योंकि 19 से 34 वर्ष के बीच के 62% लोगों ने इसे टीवी पर देखना पसंद किया है। मन की बात के श्रोताओं में हिंदी बोलने और समझने वालों का बड़ा हिस्सा है। 65% दर्शकों ने इसे हिंदी में देखा और सुना है। जबकि अंग्रेजी में 18% प्रतिशत लोगों ने सुना है।

सर्वे में शामिल थे 10 हजार से अधिक लोग

आईआईएम रोहतक के निदेशक धीरज शर्मा ने बताया कि सर्वे में 10,003 लोग शामिल थे। जिसमें 60% पुरुष और 40% महिलाएं थीं। यह लोग 68 अलग-अलग काम करते हैं। इसमें 64% अनौपचारिक और सेल्फ एम्प्लाइड थे। 23% छात्रों को भी इस सर्वे का हिस्सा बनाया गया था। निदेशक ने कहा कि भारत के उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम क्षेत्रों में यह सर्वे किया गया। हर क्षेत्र से 2500 लोगों से बात की गई।

11 विदेशी भाषाओं में होता है प्रसारण

मन की बात 22 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों के अलावा अंग्रेजी को छोड़कर 11 विदेशी भाषाओं में प्रसारित किया जाता है। इनमें फ्रेंच, चीनी, इंडोनेशियाई, तिब्बती, बर्मी, बलूची, अरबी, पश्तू, फारसी शामिल हैं। मन की बात का प्रसारण आकाशवाणी के 500 से अधिक प्रसारण केंद्रों द्वारा किया जा रहा है। यह भी पढ़ें: ‘तुष्टीकरण पर नहीं अब संतुष्टीकरण पर बल…’, पीएम मोदी ने सिलवासा को दी नमो अस्पताल की सौगात

2014 में दशहरे के दिन हुई थी मन की बात की शुरुआत

मन की बात कार्यक्रम की शुरुआत तीन अक्टूबर 2014 को दशहरे पर हुई थी। हर महीने के आखिरी रविवार को सुबह 11 बजे इस कार्यक्रम को प्रसारित किया जाता है। 30 मिनट का कार्यक्रम 30 अप्रैल 2023 को अपना 100वां एपिसोड पूरे कर रहा है। इसको लेकर भाजपा की तरफ से विशेष तैयारियां की जा रही हैं।
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