G20 Summit Day 1 Live Updates: G20 शिखर सम्मेलन की आज आधिकारिक शुरुआत हो गई। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के 'भारत मंडपम' में पीएम मोदी, बाइडेन, सुनक समेत 20 देशों के मुखिया, प्रतिनिधि और संगठनों के प्रतिनिधि एक छत के नीचे जुटे हैं। बता दें कि शिखर सम्मेलन का उद्देश्य गंभीर वैश्विक मुद्दों को संबोधित करना है। इसमें जलवायु परिवर्तन, ऋण, खाद्य सुरक्षा, स्थिरता और भू-राजनीतिक संघर्ष पर चर्चा भी शामिल है।
फिलहाल, भारत के पास G20 की अध्यक्षता है। भारत ने इस वर्ष के शिखर सम्मेलन के विषय के रूप में 'एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' को चुना है। G20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन के लाइव अपडेट के लिए न्यूज 24 के साथ बने रहें।
G20 Summit Day 1 Live Updates...
जी20 शिखर सम्मेलन के पहले सत्र के दौरान राष्ट्राध्यक्षों के साथ पीएम मोदी।
अफ्रीकी संघ बना G20 का स्थायी सदस्य, अजाली असौमानी ने संभाली कुर्सी
कोमोरोस संघ के अध्यक्ष और अफ्रीकी संघ (एयू) के अध्यक्ष, अजाली असौमानी ने संघ के G20 का स्थायी सदस्य बनने के साथ ही अपनी सीट संभाल ली है। शिखर सम्मेलन का पहला सत्र शुरू होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफ्रीकी संघ के प्रमुख अजाली असौमानी को अपनी सीट लेने के लिए आमंत्रित किया। इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर अजाली असौमानी को अध्यक्ष की कुर्सी तक ले गए। इस दौरान अजाली असौमानी ने पीएम मोदी को गले लगाया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की जी20 की अध्यक्षता देश के अंदर और बाहर दोनों जगह समावेशन, 'सबका साथ' का प्रतीक बन गई है। यह आज भारत में लोगों का जी20 बन गया है। करोड़ों भारतीय इससे जुड़े हुए हैं। 60 से ज्यादा शहरों में 200 से ज्यादा बैठकें हो चुकी हैं। 'सबका साथ' की भावना के साथ भारत ने प्रस्ताव दिया था कि अफ्रीकी संघ को जी20 की स्थायी सदस्यता दी जाए। मेरा मानना है कि हम सभी इस प्रस्ताव से सहमत हैं।
भारत मंडपम में जो बाइडेन, ऋषि सुनक समेत सभी राष्ट्राध्यक्षों का स्वागत करने के बाद पीएम मोदी ने सभा को संबोधित किया। जी20 शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा कि आज जी20 के अध्यक्ष के रूप में भारत, दुनिया से वैश्विक विश्वास की कमी को विश्वास और निर्भरता में बदलने का आह्वान करता है। ये हम सभी के लिए एक साथ आगे बढ़ने का समय है। इस बार 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास' का मंत्र हमारे लिए पथ प्रदर्शक बन सकता है। चाहे वह उत्तर और दक्षिण के बीच विभाजन हो, पूर्व और पश्चिम के बीच की दूरी हो, भोजन और ईंधन का प्रबंधन हो, आतंकवाद हो, साइबर सुरक्षा, स्वास्थ्य, ऊर्जा या जल सुरक्षा, हमें भावी पीढ़ियों के लिए इसका ठोस समाधान ढूंढना होगा।
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुलअजीज अल सऊद भारत मंडपम पहुंच चुके हैं।
चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग दिल्ली के प्रगति मैदान में G20 शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल भारत मंडपम पहुंचे।
अमेरिक के राष्ट्रपति जो बिडेन दिल्ली के प्रगति मैदान में जी20 शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल भारत मंडपम पहुंच चुके हैं।
ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डी सिल्वा भारत मंडपम पहुंच चुके हैं।
यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक प्रगति मैदान में आयोजन स्थल भारत मंडपम पहुंचे।
रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव दिल्ली के प्रगति मैदान में भारत मंडपम पहुंच चुके हैं।
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैय्यप एर्दोगन प्रगति मैदान में पहुंच चुके हैं। भारत मंडपन में पीएम मोदी ने उनका स्वागत किया।
इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा G20 सम्मेलन के आयोजन स्थल भारत मंडपम पहुंच चुके हैं। पीएम मोदी ने इनका स्वागत किया।
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो प्रगति मैदान के भारत मंडपम पहुंच चुके हैं।
सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग और स्पेन की उपराष्ट्रपति नादिया कैल्विनो जी20 शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल भारत मंडपम पहुंचे।
नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रुटे और नाइजीरियाई राष्ट्रपति बोला अहमद टीनुबू भारत मंडपम पहुंच चुके हैं।
संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान G20 शिखर सम्मेलन के लिए आयोजन स्थल भारत मंडपम पहुंचे।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम भारत मंडपम पहुंच चुके हैं। एडनॉम जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।
मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जुगनॉथ जी20 शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल भारत मंडपम पहुंच चुके हैं।
G20 के मुख्य समन्वयक हर्ष वर्धन श्रृंगला भी प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम के प्रदर्शनी केंद्र में पहुंचे हैं। यहां उनका स्वागत किया गया है।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना जी20 शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल भारत मंडपम पहुंचीं।
IMF (अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष) की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस, विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा दिल्ली के प्रगति मैदान में जी20 शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल भारत मंडपम पहुंच चुके हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार सुबह जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल भारत मंडपम पहुंचे। उन्होंने विभिन्न देशों से आए राष्ट्राध्यक्षों और प्रतिनिधियों का स्वागत किया।
ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डी सिल्वा जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के लिए शनिवार सुबह दिल्ली पहुंचे। भारत में ब्राजील के राष्ट्रपति का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहा कि हमारी हाल ही में जोहान्सबर्ग में मुलाकात हुई थी। पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा कि जी20 समिट में लूला डी सिल्वा से फिर से मुलाकात को लेकर उत्साहित हूं।
भारत से G20 की अगली अध्यक्षा की मेजबानी ब्राजील लेगा।
पीएम मोदी ने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो का स्वागत किया। पीएम मोदी ने जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के लिए शुक्रवार को दिल्ली पहुंचे इंडोनेशियाई राष्ट्रपति जोको विडोडो का गर्मजोशी से स्वागत किया। बता दें कि पिछले साल नवंबर में भारत के कार्यभार संभालने से पहले इंडोनेशिया जी20 का अध्यक्ष था।
G20 शिखर सम्मेलन: पहले दिन के लिए प्रमुख कार्यक्रम
सुबह 9:30 से 10:30 बजे: नेता और प्रतिनिधिमंडल प्रमुख भारत मंडपम पहुंचेंगे। ट्री ऑफ लाइफ फ़ोयर में प्रधानमंत्री मोदी के साथ स्वागत फोटो सेशन होगा। फिर, सभी लीडर्स लाउंज, लेवल 2 पर इकट्ठा होंगे।
सुबह 10:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे: समिट हॉल में पहले सेशन 'वन अर्थ' पर चर्चा होगी। इसके बाद लंच होगा।
दोपहर 1:30 से 3:30 बजे: विभिन्न द्विपक्षीय बैठकें होंगी।
3:30 से 4:45 बजे: शिखर सम्मेलन स्थल पर दूसरे सत्र 'वन फ़ैमिली' की शुरुआत होगी। इसके बाद नेता अपने होटल लौट जाएंगे।
शाम 7 बजे से रात 8 बजे: नेता और प्रतिनिधिमंडल चीफ डिनर के लिए पहुंचेंगे।
रात 8 बजे से रात 9 बजे: डिनर और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होगी।
रात 9 बजे से 9:45 बजे: दिन के समापन के लिए भारत मंडपम में लीडर्स लाउंज में एकजुट होंगे।
मंडपम में ओडिशा का कोणार्क पहिया बना केंद्र
कोणार्क पहिए का निर्माण 13वीं शताब्दी में राजा नरसिम्हादेव (प्रथम) के शासनकाल के दौरान किया गया था। 24 तीलियों वाला पहिया भारत के राष्ट्रीय ध्वज में भी शामिल है, जो भारत के प्राचीन ज्ञान, उन्नत सभ्यता और वास्तुशिल्प उत्कृष्टता का प्रतीक है। कोणार्क पहिए गति, समय, कालचक्र के साथ-साथ प्रगति और निरंतर परिवर्तन का प्रतीक है। यह लोकतंत्र के पहिये के एक शक्तिशाली प्रतीक के रूप में भी काम करता है, जो लोकतांत्रिक आदर्शों के लचीलेपन और समाज में प्रगति के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।