Ram Vilas Vedanti Passes Away: पूर्व BJP सांसद और राम मंदिर आंदोलन के सूत्रधार रामविलास वेदांती का निधन हो गया है. उन्होंने मध्य प्रदेश के रीवा में अस्पताल में इलाज के दौरान आखिरी सांस ली. सीने में दर्द उठने के बाद उन्हें गत 13 दिसंबर को ही भोपाल से एयरलिफ्ट करके रीवा के मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां आज 15 दिसंबर को उनका निधन हो गया. वे 10 दिसंबर को रामकथा करने के लिए मध्य प्रदेश गए थे, जहां उनकी तबियत अचानक बिगड़ी थी.
मध्य प्रदेश के डिप्टी CM राजेंद्र ने जताया शोक
मध्य प्रदेश के डिप्टी CM राजेंद्र शुक्ल ने उन्हें भर्ती कराया था और उन्होंने ने ही सोशल मीडिया पोस्ट लिखकर उनके निधन की जानकारी देश को दी. उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि राम जन्मभूमि आंदोलन के सूत्रधार रामविलास वेदांती नहीं रहे. उन्होंने कई साल तक राम मंदिर के लिए संघर्ष किया. उन्होंने अपना पूरा जीवन संतों के जीवन, धर्म, आस्था और देशभकति को समर्पित किया. उनका जाना एक धर्म युग का खत्म हो जाना है. उनका जाना रामभक्तों के साथ-साथ भारतीय समाज, सनातन परंपरा और भारती संस्कृति के लिए क्षति है.
---विज्ञापन---
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जताया शोक
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डॉ. रामविलास वेदांती महाराज के निधन पर शोक जताया है. उन्होंने अपने X हैंडल पर लिखा कि डॉ. रामविलास वेदांती का दुनिया को अलविदा कहना आध्यात्मिक जगत और सनातन संस्कृति के लिए अपूरणीय क्षति है. उनका दुनिया से चले जाना एक युग का अवसान हो जाना है. धर्म, समाज और देश की सेवा को समर्पित उनका जीवन भारतीयों के लिए प्रेरणास्रोत रहेगा. दिवंगत पुण्यात्मा को भगवान अपने श्रीचरणों में स्थान दें.
---विज्ञापन---
हनुमानगढ़ी के महंत के शिष्य थे वेदांती महाराज
बता दें कि रामविलास वेदांती हिंदू धाम नयाघाट में वशिष्ठ भवन आश्रम में रहते थे. वे हनुमानगढ़ी के महंत और राम मंदिर उद्धारक महंत अभिराम दास के शिष्य थे. महंत राघवेश दास वेदांती उनके उत्तराधिकारी हैं. वे रामजन्मभूमि न्यास के सदस्य भी रहे. 6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद का ढांचा ढहाने के मामले में दर्ज केस में उनको भी नामजद किया गया था. वे 1996 में मछली सीट से BJP को लोकसभा सांसद रहे. 12वीं लोकसभा में उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ से BJP सांसद बने थे.