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500 मंदिरों में ड्रेस कोड लागू, महिलाओं और लड़कियों के लिए भी शर्तें, पूरी करेंगी तभी मिलेगी एंट्री

Hindu Temples Implemented Dress Codes: हिंदू मंदिरों में आने वाले लोगों को अब ड्रेस कोड फॉलो करना होगा। आदेश लागू हो गए हैं। मंदिरों में नोटिस बोर्ड भी लगा दिया गया है। नए आदेशों के अनुसार, आज बुधवार से ही ड्रेस कोड लागू हो गया है। भक्तों को केवल भारतीय पारंपरिक और फॉर्मल कपड़े पहनकर […]

कर्नाटक के सभी मंदिरों में नोटिस बोर्ड लगाकर ड्रेस कोड फॉलो करने की अपील की गई है।
Hindu Temples Implemented Dress Codes: हिंदू मंदिरों में आने वाले लोगों को अब ड्रेस कोड फॉलो करना होगा। आदेश लागू हो गए हैं। मंदिरों में नोटिस बोर्ड भी लगा दिया गया है। नए आदेशों के अनुसार, आज बुधवार से ही ड्रेस कोड लागू हो गया है। भक्तों को केवल भारतीय पारंपरिक और फॉर्मल कपड़े पहनकर ही मंदिरों में आना होगा। महिलाओं और लड़कियों के लिए भी कुछ नियम और शर्तें तय की गई हैं, जिनका पालन करने पर ही मंदिरों में एंट्री मिलेगी।  

कर्नाटक के 500 मंदिरों में लागू होंगे आदेश

कर्नाटक देवस्थान महासंघ और हिंदू जनजागृत समिति से विचार विमर्श के बाद 500 मंदिरों में बोर्ड लगाए गए हैं और बुधवार से ही ड्रेस कोड के आदेश और नियम लागू भी कर दिए गए हैं। आदेशों के अनुसार, हिंदू मंदिरों में आने वालों पुरुषों के शॉर्ट्स, बरमूडा, फटी जींस, सीना दिखाने वाली टी-शर्ट पहनने मनाही है। उन्हें फॉर्मल पैंट-शर्ट या पारंपरिक धोती कुर्ता पहनकर आना होगा। महिलाओं और लड़कियों के जींस, फटी जींस, शॉर्ट्स, मिडी पहनने पर प्रतिबंध रहेगा। वे साड़ी और सूट पहनकर मंदिरों में आएं। [caption id="attachment_530805" align="alignnone" ] बेंगलुरु के मंदिर में नोटिस बोर्ड लगाया गया है, जिस पर ड्रेस कोड के नियम लिखे हैं।[/caption]

मंदिरों की गरिमा बनाए रखने की अपील

मंदिर प्रबंधकों ने लोगों से अपील की है कि वे अभद्र दिखने वाले अश्लील कपड़े पहनकर मंदिरों में न आएं। मंदिर लोगों की धार्मिक आस्था के प्रतीक होते हैं। इसलिए मंदिरों की गरिमा और पवित्रता बनाए रखना श्रद्धालुओं का परम कर्तव्य है। इसलिए लोगों से अपील है कि वे ड्रेस कोड से जुड़े आदेशों का दिल से पालन करें। कर्नाटक मंदिर-मठ और धार्मिक संस्थान संघ ने पिछले महीने सभी मंदिरों के पुजारियों और ट्रस्टियों के साथ मीटिंग थी, जिसमें ड्रेस कोड लागू करने का फैसला लिया गया था। यह भी पढ़ें: अनोखा समाज, जिसमें 2 साल का होते ही बच्चे के शरीर पर गुदवा दिया जाता ‘राम’ नाम

एक मंदिर के सामने बड़ा बोर्ड लगाया गया

मीटिंग में सहमति बनी कि जनवरी महीने से ही ड्रेस कोड लागू कर दिया जाएगा, लेकिन लागू करने से पहले फैसले के बारे में हिंदू संगठनों से विचार विमर्श किया गया। इसके बाद बेंगलुरु के वसंत नगर में बने श्री लक्ष्मी वेंकटरमण मंदिर के सामने नए आदेशों का बोर्ड लगा दिया गया। हर मंदिर में एक बोर्ड लगाकर लोगों को ड्रेस कोड की जानकारी दी जाएगी। यह भी पढ़ें: क्‍या अलीगढ़ मुस्‍लिम यूनिवर्सिटी को मुसलमानों ने बसाया? सुप्रीम कोर्ट में क्‍यों छ‍िड़ी बहस


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