Delhi Air Pollution Aiims Doctor Explained Hazardous Impact on Human Body: दुनिया के 10 सबसे प्रदूषित शहरों में दिल्ली छठे नंबर पर है। सोमवार को दिल्ली का औसतन एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 455 रिकॉर्ड हुआ है। ऐसे में दिल्ली-एनसीआर के करीब 4 करोड़ लोग जहरीली हवा में घुट-घुटकर जीने को मजबूर हैं। आंखों में जलन, सांस लेने में तकलीफ जैसे शुरुआती लक्षण लोगों में दिख रहे हैं। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि प्रदूषण से कैंसर का भी खतरा बढ़ गया है।
दिल का दौरा, ब्रेन स्ट्रोक और गठिया रोग होने का खतरा
एम्स में मेडिसिन विभाग के अतिरिक्त प्रोफेसर डॉ. पीयूष रंजन ने एएनआई से बात करते हुए कहा कि वायु प्रदूषण से कई तरह के कैंसर होते हैं। इस बात के वैज्ञानिक प्रमाण भी हैं। प्रदूषण से सांसों की नली को नुकसान पहुंचता है। इसके अलावा दिल का दौरा, ब्रेन स्ट्रोक और गठिया रोग होने का खतरा है।
प्रदूषण से गर्भ में पल रहे शिशु के लिए भी जानलेवा है। डॉक्टर पीयूष रंजन ने गर्भवती महिलाओं को अलर्ट रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण मस्तिष्क और हृदय को नुकसान पहुंचाता है और अगर सावधानी न बरती जाए तो यह सभी उम्र के लोगों के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
डॉक्टर बोले- फेफड़ों के घातक है प्रदूषण
दिल्ली की हवा की गुणवत्ता लगातार पांचवें दिन भी खराब है। आरकेपुरम में AQI 466, पटपड़गंज में 471 और न्यू मोती बाग में 488 दर्ज हुआ है, जो बेहद गंभीर माना जाता है।
डॉक्टरों का कहना है कि किसी भी स्वस्थ व्यक्ति के लिए AQI 50 से कम होना चाहिए, लेकिन इन दिनों AQI 450 से अधिक हो गया है। यह फेफड़ों से संबंधित बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए घातक साबित हो सकता है और यहां तक कि फेफड़ों के कैंसर का खतरा भी पैदा हो सकता है।
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