कांग्रेस ने CWC के लिए तेलंगाना को क्यों चुना, क्या दक्षिण से दिल्ली साधने की कोशिश? जानें तीन बड़े कारण
Congress Working Committee
Telangana Congress Working Committee Meeting Updates: दक्षिणी राज्य के प्रमुख शहर हैदराबाद में शनिवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक शुरू हो गई है। यह बैठक दो दिन चलेगी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 20 अगस्त को वर्किंग कमेटी का ऐलान किया था। इसमें सोनिया गांधी, राहुल और प्रियंका समेत 39 सदस्य हैं। इस बैठक में इसी साल होने वाले पांच राज्यों में चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनावों पर कई चरणों में चर्चा होगी। दक्षिणी राज्य में कांग्रेस की बैठक के कई मायने हैं। दरअसल, कांग्रेस दक्षिण से दिल्ली साधने की कोशिश कर रही है।
कहां-कहां होने हैं चुनाव?
राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, तेलंगाना और मिजोरम में चुनाव होने वाले हैं। कांग्रेस इन पांच राज्यों के अलावा आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु को साधना चाहती है।
भाजपा के पास 29 तो कांग्रेस के पास 28 सीटें
दरअसल, तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र, तेलंगाना में लोकसभा की 129 सीटें हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 28 सीट जीती थी, जबकि भाजपा ने 29 सीटों पर जीत हासिल की थी। इन 29 सीटों में 25 सीटें अकेले कर्नाटक से भाजपा को मिली थीं। कांग्रेस का मामना है कि यदि रणनीति बनाकर भाजपा को घेरा जाए तो बाजी पलट जाएगी।
राहुल की यात्रा से लाभ मिलने की उम्मीद
राहुल गांधी ने दक्षिण से ही अपनी भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत की थी। यह यात्रा कन्याकुमारी से कश्मीर तक गई थी। कांग्रेस को उम्मीद है कि भारत जोड़ो यात्रा से कांग्रेस का जनाधार बढ़ा है। कांग्रेस का यह भी मानना है कि अगर दक्षिण में जीत मिली तो 2024 में बड़ा फायदा होगा।
क्या है कांग्रेस वर्किंग कमेटी?
वर्किंग कमेटी कांग्रेस की Highest Executive Authority है। जो पार्टी में अहम फैसले ले सकती है। पार्टी संविधान से जुड़े हर फैसले का अधिकार है। पार्टी अध्यक्ष को नियुक्त करने/हटाने का भी अधिकार है। कांग्रेस वर्किंग कमेठी का गठन दिसंबर 1920 में हुआ था।
दक्षिण से जुड़े अहम फैक्ट्स
- दक्षिण भारत के राज्यों में 129 लोकसभा सीट
- मौजूदा वक्त में दक्षिण से BJP के 29 सांसद
- 29 सांसदों में कर्नाटक से BJP के 25 सांसद
- तेलंगाना में BJP के 4 सांसदों को जीत मिली
- दक्षिण भारत के राज्यों में 923 कुल विधायक
- कर्नाटक से पहले BJP के पास 135 विधायक
- अब दक्षिण में BJP के पास सिर्फ 90 विधायक
- कुल विधायकों में BJP के सिर्फ 10% विधायक
ओवैसी ने कांग्रेस पर किया वार
हैदराबाद में हुई कांग्रेस सीडब्ल्यूसी की बैठक पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि कोई भी राजनीतिक दल जो चाहे कर सकता है। केसीआर साढ़े नौ साल तक तेलंगाना के मुख्यमंत्री रहे हैं। तेलंगाना में कोई सांप्रदायिक दंगा नहीं हुआ है। विकास हुआ है और इसकी जीडीपी सबसे अधिक है। मुझे एक कांग्रेस शासित राज्य दिखाओ जहां मुस्लिम छात्रों को कक्षा 6 से 12 तक मुफ्त शिक्षा मिलती है।
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