Bypolls 2023 News Live Updates: देश की छह राज्यों की सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए वोटिंग जारी है। 7 विधानसभा सीटों में झारखंड की डुमरी, त्रिपुरा की बोक्सानगर और धनपुर, उत्तर प्रदेश की घोसी, उत्तराखंड की बागेश्वर, केरल की पुथुपल्ली और पश्चिम बंगाल की धूपगुड़ी शामिल है, जहां सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हुई। वोटों की गिनती 8 सितंबर को होगी। बता दें कि 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव को विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A और NDA के बीच पहली चुनावी जंग के रूप में देखा जा रहा है।
क्यों हो रहे हैं उपचुनाव?
उत्तर प्रदेश की घोसी विधानसभा सीट: उत्तर प्रदेश की घोसी विधानसभा सीट पर भाजपा और समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच कांटे की टक्कर के आसार हैं। घोसी विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के दारा सिंह चौहान के इस्तीफे के कारण उपचुवान कराया जा रहा है। बता दें कि दारा सिंह चौहान ने सपा छोड़कर भाजपा ज्वाइन कर लिया है।
उपचुनाव में बीजेपी ने दारा सिंह चौहान को ही मैदान में उतारा है, जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) ने सुधाकर सिंह पर भरोसा जताया है। कांग्रेस और वाम दलों ने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार सुधाकर सिंह को अपना समर्थन दिया है, जबकि मायावती के नेतृत्व वाली बसपा ने उपचुनाव के लिए कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है।
उत्तराखंड की बागेश्वर विधानसभा सीट: उत्तराखंड की बागेश्वर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए 5 उम्मीदवारों के बीच टक्कर है। हालांकि मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही है।
अप्रैल 2023 में मौजूदा भाजपा विधायक और कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास की मृत्यु के बाद यहां उपचुनाव कराए जा रहे हैं। दास ने 2022 के चुनावों में लगातार चौथी बार कांग्रेस उम्मीदवार को 12,000 से अधिक वोटों से हराया था। भाजपा ने इस सीट से दिवंगत विधायक की पत्नी पार्वती दास को कांग्रेस के बसंत कुमार के खिलाफ मैदान में उतारा है।
पार्वती दास, बसंत कुमार के अलावा सपा के भगवती प्रसाद, UKD के अर्जुन देव और UPP के भागवत कोहली भी उपचुनाव के लिए मैदान में हैं। बागेश्वर विधानसभा सीट कुमाऊं मंडल की अनुसूचित जाति की सीट है। इस सीट पर 2007 से भाजपा का कब्जा है। 2002 में कांग्रेस के प्रत्याशी को यहां जीत मिली थी।
झारखंड की डुमरी विधानसभा सीट: झारखंड की डुमरी विधानसभा सीट से जगन्राथ महतो विधायक थे। उनके निधन के बाद इस सीट पर उपचुनाव कराए जा रहे हैं। 2019 में हुए चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा के जगन्नाथ महतो ने इस सीट पर कब्जा किया था। जगन्नाथ महतो हेमंत सोरेन सरकार में शिक्षा मंत्री थे।
इस सीट पर NDA (भाजपा और आजसू) ने यशोदा देवी को मैदान में उतारा है। यशोदा आजसू के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं, जिन्हें भाजपा का समर्थन प्राप्त है। वहीं, विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A ने जगन्नाथ महतो की पत्नी बेबी देवी को मैदान में उतारा है।
झामुमो के नेतृत्व वाली गठबंधन को डुमरी में अपने गढ़ बचाने की चुनौती है। इस सीट से पिछले 20 साल से JMM के जगन्नाथ महतो विधायक चुने जा रहे थे।
पश्चिम बंगाल की धूपगुड़ी विधानसभा सीट: धूपगुड़ी विधानसभा सीट पर 2021 में भाजपा की जीत हुई थी। भाजपा प्रत्याशी ने 4300 वोटों के मामूली अंतर से जीत दर्ज किया था। भाजपा विधायक बिशु पदा रे के निधन के बाद धूपगुड़ी विधानसभा उपचुनाव कराया जा रहा है।
भाजपा ने 2021 में जम्मू-कश्मीर में ड्यूटी के दौरान शहीद CRPF जवान जगन्नाथ रॉय की पत्नी तापसी रॉय को मैदान में उतारा है।
त्रिपुरा की धनपुर और बॉक्सनगर सीट: त्रिपुरा में धनपुर और बॉक्सनगर उपचुनाव में CPI (M) और सत्तारूढ़ भाजपा के बीच मुख्य मुकाबला है। कांग्रेस और टिपरा मोथा ने किसी भी सीट पर उम्मीदवार नहीं उतारे हैं, जिससे CPI (M) को बढ़त मिलती दिख रही है।
केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक ने अपनी लोकसभा सीट बरकरार रखने के लिए विधायक पद से इस्तीफा दिया था, जिसके बाद धनपुर में उपचुनाव हो रहा है। कभी वामपंथ का मजबूत गढ़ रहे धनपुर में भाजपा के बिंदू देबनाथ और सीपीआई (एम) के कौशिक चंद्र के बीच मुकाबला है।
वहीं, बॉक्सानगर में भाजपा ने तफज्जल हुसैन को उम्मीदवार बनाया है, जो हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में सीपीआई (एम) से हार गए थे। CPI (M) ने सैमसन हक के बेटे मिज़ान हुसैन को मैदान में उतारा है। बता दें कि मैमसन हक का जुलाई में निधन हो गया था, जिसके लिए यहां उपचुनाव कराए जा रहे हैं।
केरल की पुथुपल्ली विधानसभा सीट: कांग्रेस के ओमन चांडी के निधन के बाद केरल की पुथुपल्ली विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है। यह निर्वाचन क्षेत्र रिकॉर्ड 53 वर्षों तक केरल के पूर्व मुख्यमंत्री के पास था। चांडी का इस साल की शुरुआत में निधन हो गया।
पुथुपल्ली विधानसभा सीट को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। 1967 में सीपीआई (एम) ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी। उसके बाद से इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा है। कांग्रेस के नेतृत्व वाले UDF के चांडी ओमन (ओमान चांडी के बेटे), सीपीआईएम के नेतृत्व वाले एलडीएफ के जैक सी थॉमस और बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के लिगिनलाल के बीच यहां मुकाबला है।
कांग्रेस अपने गढ़ को बरकरार रखना चाहती है, जबकि CPI (M) को एक बार फिर इस सीट पर जीत की उम्मीद है। बता दें कि CPI (M) के प्रत्याशी को 1970 में यहां आखिरी बार जीत हासिल हुई थी।