Black Hornet Nano Drone: जम्मू कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ किसी से छिपी नहीं है। बॉर्डर के रास्ते जम्मू कश्मीर में घुसे आतंकी घाटी के ऊंचे पहाड़ों और घनें जंगलों में छिप जाते हैं। इन्हें ढूंढना सुरक्षा बलों के लिए भी आसान नहीं होता। सर्च ऑपरेशन के दौरान अक्सर आतंकियों और सुरक्षाबलों में मुठभेड़ की खबरें सामने आती हैं। मगर अब आतंकियों का पता लगाने के लिए भारतीय सेना के बेड़े में ब्लैक हॉरनेट नैनो ड्रोन की एंट्री हो गई है।
16 cm का ड्रोन
ब्लैक हॉरनेट नैनो ड्रोन महज 16 सेंटीमीटर की है, जिसका वजन 33 ग्राम बताया जा रहा है। यह ड्रोन बिना आवाज किए संकरी जगहों में घुसकर आतंकियों का पता लगा सकता है। ब्लैक हॉरनेट नैनो ड्रोन पलक झपकते ही दुश्मन का खात्मा करने की ताकत रखता है।
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गेम चेंजर होगा ड्रोन
ब्लैक हॉरनेट नैनो ड्रोन की मदद से सुरक्षाबल दुश्मनों की हरकत पर पैनी नजर रख सकते हैं। इस ड्रोन की एंट्री से सुरक्षाबलों की ताकत भी दोगुनी हो गई है। यह ड्रोन गेम चेंजर साबित हो सकता है। बता दें कि इस तरह के छोटे ड्रोन्स न सिर्फ जोखिम को कम करते हैं बल्कि ऑपरेशन के सफल होने की संभावना भी काफी हद तक बढ़ा देते हैं।
खिलौने जैसे ड्रोन से खतरा
सूत्रों की मानें तो इस ड्रोन का साइज चिड़िया से भी छोटा है। ऐसे में दुश्मन के लिए इसे पहचान पाना काफी मुश्किल है। बेशक यह ड्रोन किसी खिलौने जैसा दिखता है लेकिन इसके नाम से ही पता चलता है कि यह दुश्मन के लिए बहुत बड़ा खतरा साबित हो सकता है।
ड्रोन में लगे हैं 2 कैमरे
ब्लैक हॉरनेट नैनो ड्रोन हथेली से भी छोटा है। 33 ग्राम का यह ड्रोन किसी भी कोने से दुश्मन को ढूंढ निकालने की ताकत रखता है। इस ड्रोन में 2 कैमरे लगे हैं, जिससे ड्रोन की मूवमेंट को सुरक्षाबल आसानी से देख सकेंगे। इन कैमरों की मदद से सुरक्षा बलों को आतंकियों की सटीक लोकेशन का पता चल सकता है।
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