केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को एलान किया कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार हर हाल में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लागू करेगी और इसे कोई नहीं रोक सकता। शाह पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा अभियान की शुरुआत करने के लिए आयोजित एक रैली को संबोधित कर रहे थे।
इस दौरान शाह ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राज्य में घुसपैठ पर रोक लगाने में नाकाम रही हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में घुसपैठियों को खुलेआम वोटर और आधार कार्ड बांटे जा रहे हैं।
'जहां इतनी घुसपैठ हो वहां कैसे होगा विकास'
शाह ने सवाल किया कि जिस राज्य में इतनी घुसपैठ हो रही है वहां विकास कैसे हो सकता है। उन्होंने कहा, 'इसी वजह से ममता बनर्जी सीएए का विरोध कर रही हैं... लेकिन मैं कहूंगा कि सीएए देश का कानून है और इसे कोई नहीं रोक सकता। हम इसे जरूर लागू करेंगे।'
टीएमसी करती रही है सीएए का विरोध
बता दें कि साल 2020 में संसद की ओर से पारित किया गया सीएए उन धार्मिक अल्पसंख्यकों को नागरिकता की पेशकश करता है जो अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश से साल 2015 से पहले भारत आ गए थे। बंगाल में सत्तासीन तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सीएए को असंवैधानिक बताती रही है। टीएमसी का कहना है कि यह कानून मुसलमानों के खिलाफ है और एक सेक्युलर देश में नागरिकता को आस्था से जोड़ता है।
'2026 में बंगाल में सरकार बनाएगी भाजपा'
बुधवार की रैली में शाह ने अपने संबोधन के दौरान आरोप लगाया कि ममता बनर्जी की सरकार ने राज्य को बर्बाद कर दिया है। उन्होंने कहा कि बंगाल में चुनावी हिंसा राष्ट्रीय स्तर पर सबसे अधिक रहता है। केंद्रीय गृह मंत्री ने विश्वास जताया कि 2026 में होने वाले बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा दो तिहाई के बहुमत से जीत हासिल करेगी और राज्य में सरकार बनाएगी।