पंकज शर्मा, जम्मू
इस बार अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा के लिए खास प्रबंध किए गए हैं। अमरनाथ यात्रा में श्रद्धालुओं को किसी भी प्राकृतिक आपदा से बचाने के लिए की उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए माउंटेनियरिंग रेस्क्यू टीम के जवानों को विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है। इस साल बाबा बर्फानी की यात्रा 3 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त तक जारी रहेगी। प्रशासन, पुलिस और तमाम सुरक्षा एजेंसियों की तरफ से यात्रा को लेकर तैयारियां की जा रही हैं। अमरनाथ यात्रा के दौरान यात्रियों को कोई दिक्कत न हो, इसके लिए जम्मू कश्मीर पुलिस अमरनाथ यात्रा के ट्रैक पर माउंटेनियरिंग रेस्क्यू टीम को तैनात करती है। रेस्क्यू टीम को अमरनाथ यात्रियों का सुरक्षा कवच भी कहा जाता है।
2024 में भी बचाई कई यात्रियों की जान
साल 2024 में MRT ने अमरनाथ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं का खास ख्याल रखा था। एक दर्जन से अधिक माउंटेन रेस्क्यू टीमों ने श्री बाबा अमरनाथ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की मदद की। 20 हजार से अधिक श्रद्धालुओं को ऑक्सीजन उपलब्ध करवाई गई, तो बीमार हुए कई श्रद्धालुओं को नजदीकी कैंपों तक पहुंचाया गया। जम्मू और कश्मीर पुलिस ने माउंटेनियरिंग रेस्क्यू टीम का गठन किया है, ताकि पर्वतीय क्षेत्रों में होने वाली दुर्घटनाओं और आपातकालीन स्थितियों में फंसे लोगों की मदद की जा सके।
जल्द रवाना होंगी टीमें
अमरनाथ यात्रा के दौरान यात्री किसी भी तरीके से प्राकृतिक आपदा में न फंसे और उनकी हर मुमकिन मदद की जाए। इसके लिए इन टीमों को अब अमरनाथ ट्रैक पर जल्द रवाना किया जाएगा। MRT विशेष उपकरणों का इस्तेमाल ऑपरेशन के दौरान करती है, एमआरपी की ट्रेनिंग खास तरीके की होती है, इन टीमों को देवदूत कहा जाता है। कश्मीर के बालटाल और पहलगाम रूट पर जम्मू कश्मीर पुलिस इन टीमों को तैनात करती है। अमरनाथ यात्रा रूट में कई ऐसे स्ट्रेच हैं, जहां अभी भी बर्फ जमी हुई है। पुलिस ने इन टीमों को वे सभी उपकरण उपलब्ध करवाए हैं, जो अमूमन पर्वतारोही इस्तेमाल करते हैं।
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